लोनावला में घूमने की बेहतरीन जगह:-लोनावला बारिश के मौसम में बहुत ही शानदार घूमने की जगह है, यह मुंबई और पुणे के बिलकुल बीच में पड़ता है। चाहे आप मुंबई से जाए या फिर पुणे से दोनों जगह से लोनावला पहुंचने में करीब 1 से डेढ़ घंटा लगता है। बारिश के मौसम में यहाँ पहुंचने के रास्ते और भी खूबसूरत हो जाते है तो आप अगर खुद ड्राइव करके जायेंगे तो अलग ही आनंद की अनुभूति होती है, अगर आप चाहे तो ट्रैन से भी लोनावला जा सकते है, ट्रैन से भी खूबसूरत नज़ारे देखने को मिलते है। तो चलिए लोनावला में छुपी कुछ जगहों के बारे में जानते है।
लोनावला में घूमने की बेहतरीन जगह
अगर आप घूमने के बहुत शौकीन है तो आप सबको एक बार लोनावला जरूर जाना चाहिए वो भी सिर्फ बारिश के दिनों में ही। क्युकी बारिश के दिनों में लोनावला और भी खास और खूबसूरत हो जाता है, बड़े बड़े वाटरफॉल्स, ठंडी हवाएं, और भी बहुत कुछ देखने को मिलता है। तो चलिए पड़ते है, लोनावला में कब घूमने जाना चाहिए बारिश में या फिर बिना बारिश में।
1. कातलधार वॉटरफॉल
यह शहर से 8 से 9 किलोमीटर दूर है, यहाँ पहुंचने के लिए आपको ट्रेकिंग करके जाना पड़ेगा। यह स्ट्रैकिंग का रास्ता जंगल से होकर गुजरता है।
आपको यहाँ अगस्त से सितम्बर के महीने में ही जाना चाहिए। कातलधार वॉटरफॉल के बिलकुल सामने राजमची फोर्ट है यहाँ से कातलधार के व्यू बहुत ही शानदार लगते है।
यह जानने के लिए की कोनसा ट्रेक कातलधार वॉटरफॉल की तरफ जाता है इसके लिए 2 आम के पेड़ है जो दरवाजे जैसे लगते है वही रास्ता कातलधार वॉटरफॉल की तरफ जाता है। जब आप इस वॉटरफॉल पर पहुंच जायेंगे तो आपको आँख के आकर की एक गुफा दिखाई देगी जिसमे करीब 100 लोग आसानी से आ सकते है। कातलधार वॉटरफॉल की ऊंचाई लगभग 300 फ़ीट है।
2. लोनावला लेक
यह लोनावला से 4 से 5 किलोमीटर दूर है। इस लेक को मानसून लेक भी कहते है क्युकी यह मानसून में ही दिखाई देती है, सर्दिओं में यह दिखाई नहीं देती।
3. लायंस पॉइंट एंड टाइगर्स पॉइंट
यह बिलकुल लोनावला के सबसे ऊंचाई पर है । यहाँ आने की कोई फीस नहीं है। यहाँ से बहुत सरे वॉटरफॉल और पहाड़ दिखाई देते है जो की बहुत ही खूबसूरत लगते है। लायंस पॉइंट ग्राउंड लेवल से 650 फील की ऊंचाई पर है। इस जगह का नाम लायंस पॉइंट इसलिए नहीं है की यहाँ बहुत सारे लायंस हुआ करते सड़ते बल्कि इसलिए है की यहाँ का आकर लायन की जैसा है। लायंस पॉइंट से टिगर्स पॉइंट 450 मीटर की दूरी पर है। दोनों जगह से एक जैसा ही व्यू दीखता है पर ये दोनों जगह अलग अलग है। टाइगर पॉइंट लायन पॉइंट से काफी बड़ा है। टिगर्स पॉइंट पर ही वेलकम फिल्म की शूटिंग की गयी थी।
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4. कोरीगढ़ फोर्ट
यहाँ के रास्ते बहुत ही खूबसूरत दूर दूर तक जंगल, फोग से भरे रस्ते देखकर आपको ऐसा लगेगा जैसे किसी दूसरी दुनिया में ही आ गए हो। यह फोर्ट पेठ शाहपुर गांव में स्थित है। इस फोर्ट में जाने के लिए आपको ट्रेकिंग करनी पड़ती है, थोड़ी दूर मिटटी का रास्ता है उसके बाद स्टैर्स बानी हुई है। यहाँ पहुंचने के बाद बहुत ही खूबसूरत नज़ारे देखने को मिलते है। यहाँ सीढ़ियों के रास्ते में बीच में एक गुफा और गणेश जी का मंदिर है। यहाँ एक कराई देवी या कोरी देवी का मंदिर है जिस कारन इस किले का नाम कोरीगढ़ रखा गया है। अगर आपको यह फोर्ट पूरा देखना है तो कम से कम 2 से 3 घंटे का समय लगता है। किले के सबसे टॉप पर महादेव जी का मंदिर भी है। यहाँ 4 टोपे भी रखी गयी है। बारिश के मौसम में यदि आप ऊपर से व्यू देखेंगे तो फोग के आलावा कुछ नहीं दिखाई देगा।
5. बुशी डैम
यह लोनावला की सबसे फेमस जगह है। यहाँ पहुंचना बहुत ही आसान है। यहाँ आने का सही समय जून से सितम्बर ही है क्युकी बरसात के मौसम में ही यहाँ आने का सही समय है। यहाँ यदि आप सुबह के समय आएंगे तो भीड़ कम मिलेगी बाद में भीड़ बहुत ज्यादा हो जाती है।
6. नागफनी
यह जगह लोनावला लेक से होते हुए गुजरती है। यहाँ पहुंचने के लिए 2 से 3 घंटे का ट्रेक करना पड़ता है। इस जगह को नागफनी इसलिए बोलते है क्युकी यहाँ के पहाड़ का आकर भिल्कुल नाग के फन जैसा है। बुशी डैम से यहाँ पहुंचने के लिए 8 किलोमीटर आना होता है। यहाँ पहुंचने के लिए दो रस्ते है अगर आप लोनावला से जायेंगे तो एक घंटे का ट्रेक करना पड़ेगा और यदि आप खंडाला के रस्ते से आएंगे तो आपको 4 से 5 घंटे का ट्रेक करना पड़ेगा। आमतौर पर लोग यहाँ कैंपिंग के लिए भी आते है। ऊपर पहुंचने पर आपको एक मंदिर भी दिखेगा, जिसके बारे में मान्यता है की यहाँ पर यदि कोई भी मनोकामना मांगी जाए तो वो अवश्य पूरी होती है।
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7. कार्ला केव्स
यह लोनावला से 10 किलोमीटर दूर है। यह गुफाये पहाड़ो पर बानी हुई है जो की ऊंचाई पर है, इसलिए यहाँ पहुंचने के लिए लगभग 150 सीढ़ियों से चढ़कर आना होगा। यह गुफाये 2200 साल पुरानी है, साथ ही आपको यहाँ एक मंदिर भी देखने को मिलेगा जिसकी पूरी नक्काशी इन्ही पहाड़ो को काटकर 2200 साल पहले ही की गयी थी। यहाँ भारी मात्रा में आपको लोग देखने को मिलेंगे।
इन गुऑफॉ को सम्राट अशोक के समय में बनाया गया था। यह गुफाये चेत्या गृह के कारण बहुत फेमस है, यह 45 मीटर लम्बा और 14 मीटर ऊंचा है। इसकी छत पर लकड़ी का काम किया गया है जो की 2000 साल पुराना है।
8. विसापूर फोर्ट
यहाँ पहुंचने के लिए आपको 10 किलोमीटर तक का सफर तय करना होगा। अगर आपको अच्छे व्यूज देखने है तो अगस्त के महीने में यहाँ आये क्युकी जुलाई के महीने में बहुत तेज बारिश पड़ती है। यहाँ पहुंचने के लिए आपको 2 घंटे का ट्रेक करके जाना होगा। यह किला 350 एकड़ के क्षेत्र में फैला है। यह किला लोहगढ़ किले से बड़ा है। इतिहासानुसार सं 1713 से 1720 के बीच में इस किले का निर्माण किया गया साथ ही एक शिवलिंग जी की स्थापना कर भगवन शंकर का मंदिर बनाया गया था।
इसी मंदिर के पीछे एक बावड़ी है जिसमे 12 महीने पानी भरा रहता है। इस किले की मध्यभाग की दो पहाड़ो की चोटियां पेड़ो से ढंकी रहती है। इस किले में बड़ी बड़ी चट्टानों को काटकर कई तालाब और होड़ बनाये गए है। इस किले की दीवारे बहुत चौड़ी है। साथ ही यहाँ कुछ तोपदे भी रखी गयी है। यहाँ बहुत सा हिंदुत्व का इतिहास छुपा है। अगर आप शानदार व्यू देखना चाहते है तो जरूर आये।
9. लोहगढ़ फोर्ट
यह फोर्ट 6 बजे तक ही खुला रहता है। इस फोर्ट के ऊपर तक आना काफी आसान है, अन्य किलो की तुलना में यह फोर्ट ज्यादा मेन्टेन किया हुआ है। फोर्ट में पहुंचने के बाद यदि आप निचे देखेंगे तो आपको कुछ नहीं दिखाई देगा सिवाय बदलो के।
लोहगड से विसापूर, तिकोना फोर्ट और पावना लेक का खूबसूरत नजारा दिखाई देता है। 1648 ने छत्रपति शिवाजी महाराज ने ये किला जीता था जो की 1665 में यह किला मुगलो को देना पड़ा और फिर 1670 में फिर से शिवाजी ने ये किला जीत लिया और अपने खजाने को सुरक्षित रखने के लिए इसका इस्तेमाल किया। लोहगढ़ के टॉप पर बहुत सारे होड़ बने हुए है। इस किले में बारे में कहा जाता है की कैदियों को पकड़ के रखने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता था।
10. पावना लेक
इसके बिना लोनावला अधूरा है। यहाँ बहुत सी एक्टिविटीज कराई जाती है जैसे बोटिंग, कैंपिंग, एडवेंचर एक्टिविटीज, बोर्न फायर जैसी चीज़े कराई जाती है। पावना लेक बहुत ज्यादा बड़ी है इसे पावना डैम भी कहते है, यह मानव निर्मित लेक है। यहाँ साल भर पानी रहता है, साथ ही यहाँ पहुंचने के बहुत सारे रस्ते है।
तो यह थे लोनावला की कुछ जगह जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते है, अगर आपको हमारा ब्लॉग अच्छा लगा तो कमेंट करके जरूर बताये और विजिट करके रहिये कही अनकही बातो को।
FAQ’S
Q.1- लोनावला में कपल्स के लिए कौनसी अच्छी जगह है?
उत्तर- राजमाची गार्डन, कालरा केव्स, बुशी डैम, पावना लेक, कातलधार वॉटरफॉल कपल्स के लिए घूमने की सबसे अच्छी जगह है, इन जगहों पर अगस्त से अक्टूबर के महीने में जाना सबसे सही है क्युकी इस समय थोड़ी कम बारिश रहती है और मौसम भी ठंडा रहता है।
Q.2- लोनावला में एक दिन में कौन कौनसी जगह घूम सकते है?
उत्तर – अगर आपके पास लोनावला घूमने के लिए सिर्फ एक ही दिन है तो आप सबसे पहले सुबह उठते ही बुशी डैम जाए क्युकी बाद में यहाँ बहुत ज्यादा भीड़ हो जाती है, इसके बाद आप कातलधार वॉटरफॉल जाए क्युकी यहाँ के नज़ारे बहुत ही खूबसूरत है पर यहाँ समय अधिक लगता है, उसके बाद कार्ला केव्स जा सकते है अगर आपको बुद्ध की 2000 साल पुरानी बानी कला और संस्कृति देखनी है तो और अंत में आप पावना लेक के आनंद उठा सकते है।
Q.3- परिवार के साथ लोनावला में कहा कहा जाये?
उत्तर- वैसे तो लोनावला में सभी जगह जाने के लिए ट्रेकिंग करनी पड़ती है क्युकी कुछ चीज़े तो बहुत ऊंचाई पर है और अगर बात करे झरनो की तो उसके लिए पथरीले रास्तो से होते हुए नीचे की तरफ जाना पड़ता है, इसलिए यदि आपको साथ कोई उम्रदराज व्यक्ति है तो आप इस जगह जाना स्किप क्र सकते है। और वैसे जो कम ऊंचाई के स्थान है जहाँ ट्रेकिंग नहीं करनी पड़ती है वो है पावना लेक, लोनावला लेक, बिशु डैम यह जगह आप विजिट कर सकते है जहाँ बहुत सी एक्टिविटीज भी कराई जाती है।
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