हिमाचल प्रदेश चंद्रताल झील का रहस्य, राज, कहानी :- एक ऐसी लेक जहाँ पर आये दिन होती है अनोखी और रहस्यमयी घटनाये वो कही और नहीं बल्कि हिमाचल प्रदेश के स्पीति जाते हुए रस्ते में ही पड़ती है। यह लेक अपनी खूबसूरती और यहाँ होने वाली अनोखी घटनाओ के लिए बहुत ज्यादा फेमस है।
यहाँ रहने वाले लोगो का कहना है की उन्हें इस लेक के किनारे आये दिन ही UFO और एलियंस देखने को मिलते ही रहते है। यहाँ तक की 2005 में इसरो के वैज्ञानिक ने यहाँ एक अजीब गुब्बारे जैसा उड़ने वाला ufo देखा वो की बार बार अपना आकर बदल रहा था, उस समय भी ये लेक काफी ज्यादा चर्चा में रही। इस लाइक के बारे में कुछ और कहानिया कुछ ऐसे है की कुछ लोग कहते है यहाँ परिया रहती है। क्या ये सब बाते भ्रम है या सत्य ? तो चलिए जानते है इसके पीछे क्या रहस्य है-
हिमाचल प्रदेश चंद्रताल झील का रहस्य, राज
ये लेक हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति जिले में स्थित है, जो की समुद्र ताल से 4250 मीटर की ऊंचाई पर है। इस झील का आकार आधे चाँद के रूप में है इसलिए इसे चंद्रताल भी कहा जाता है। इस झील का पानी इतना ज्यादा साफ़ है की मानो यु लगता है पानी नहीं कांच हो। इस झील के एक तरफ जहाँ हरे भरे पहाड़ है और दूसरी और लाल पत्थर के सूखे पहाड़ है जो की काफी खूबसूरत लगती है। इस झील के आस पास की सभी पहाड़ियां बर्फ से घिरी है। चंद्रताल से चंद्रा नमक नदी का उद्धगम स्थल है जो की आगे जाकर चिनाब नदी बनती है ये नदी जम्मू कश्मीर से होती हुई पाकिस्तान जाती है।
इस झील को संदुरा टापू और ” दिनकरमो ” के नाम से भी जाना जाता है। इस झील के बारे में कहा जाता है की इस झील में परिया स्नान करती है और इसी झील के आस पास रहती है।
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सप्रीती हिमचाल प्रदेश चंद्रताल झील से जुडी कुछ कहानी
इस झील के बारे में बहुत सी कहानिया प्रसिद्ध है उनमे से एक कहानी यह है की यहाँ बहुत सी परियां रहती है और इसी झील में स्नान करती है। वहां के निवासी कुछ यु बताते है की चंद्रताल की एक परी और स्पीति एक एक व्यक्ति की एक प्रेम कहानी प्रसिद्ध है। स्पीति में स्थित रंगरीक गांव का बासुरी बजाने वाला व्यक्ति गर्मियों में भेड़ो को चंद्रताल के आस पास चराने जाता था। एक बार जब वह चंद्रताल के समीप बैठकर बासुरी बजा रहा था तभी एक महिला चंद्रताल से निकल उसके पास आकर बैठी और उसकी बासुरी में खो गयी।
कुछ समय बाद उस व्यक्ति ने बासुरी बजाना बंद करके आखे खोली और उस महिला को देखकर उस पर फ़िदा हो गया क्युकी वो बहुत ही खूबसूरत थी। उसने पूछा तुम कौन हो ? उसने कहा में परी हु। तुम्हारी बासुरी की धुन सुनकर आयी हु और वो वापस झील में समां गयी। कुछ दिन तक ऐसा ही हुआ फिर अचानक एक दिन उसव्यक्ति ने परी का हाथ पकड़ लिया और उसने हाथ छोड़ा ही नहीं और कहा की मुझसे शादी कर लो। पारी ने भी उसे हां कर दिया और विवाह कर लिया। शादी से पहले परी ने शर्त रखी की वो जब तक ही उसके साथ रहेगी जब तक वो शादी की बात को गुप्त रखेगा जिस दिन उसने शादी की बात किसी से कही वो चली जाएगी।
वह आदमी पहले से ही शादी शुदा था सर्दियों में वह अपनी पत्नी के साथ रहता और गर्मियों में फिर से चंद्रताल परी के पास आ जाता इस तरह समय बीतता गया। एक दिन परी के गर्भ से एक बच्चा हुआ। एक दिन उस व्यक्ति की अपनी पत्नी से लड़ाई हो गयी और गुस्से में उसकी पत्नी ने कहा में तुम्हे छोड़कर चली जाउंगी तो तुम्हे कोनसी परी मिल जाएगी। पत्नी की बात सुनकर उस व्यक्ति ने भी गुस्से में कह दिया अगर तू चली जाएगी तो में चंद्रताल से परी ले आऊंगा और ये बात खुलते ही परी गायब हो गयी। वह चंद्रताल पंहुचा तो उसके बच्चे के अलावा वहां कोई नहीं था वो उस बच्चे को घर ले आया। वर्तमान में रंगरीक गांव का ठोडाथो परिवार आज उसी बच्चे के परिवार के सदस्य है।
आज तक इस झील की लम्बाई कोई कोई नहीं नाप सका। एक व्यक्ति इस झील की लम्बाई नापने के लिए 6 महीने तक रस्सी बांधता रहा और रस्सी को झील में डाल दिया रस्सी तो ख़तम हो गयी लेकिन झील की लम्बाई नहीं ख़तम हो पायी।
चंद्रताल से जुडी UFO की कहानिया
यहाँ के निवासियों का कहना है की वो यहाँ आये दिन ufo को देखते रहते है। कुछ सालो पहले इसरो के वैज्ञानिको को भी सैटेलाइट पर यहाँ कुछ उड़ता हुआ दिखाई दिया था। यह सिर्फ लोगो की बाते है पर इसकी वास्तविकता का कोई पुख्ता प्रमाण आज तक नहीं मिल पाया। चंद्रताल चीन पाकिस्तान की बॉर्डर पर स्थित है तो कुछ लोगो का यह भी कहना है की चीन भारत पर नजर रखने के लिए गुप्त मिशन चलता रहता है उसी मिशन के विमान यहाँ के लोगो को ufo जैसे नजर आते है।
चंद्रताल की पवित्रता
इस झील को लोग काफी पवित्र मानते है इसलिए इस झील के एक कोने में स्नान आदि करके 3.5 किलोमीटर में फैली इस झील की परिक्रमा लगते है जिसे पूरा करने में करीब 1 से 1.5 घंटे तक का समय लग जाता है। मनाली से इसकी दूरी 112 किलोमीटर है।
चंद्रताल झील है रामसरसाइट
सरकार ने इस जगह को 2005 में रामसरसाइट घोषित कर दिया क्युकी यहाँ अनेक किस्म के दुर्लभ पौधे और जीवजंतु पाए जाते है। रामसरसाइट साइट वो होती है जिन स्थल का संरक्षण रामसर कन्वेक्शन के अधीन किया जाता है उन्हें ही रामसरसाइट कहते है इन सभी स्थलों में रामसर कन्वेक्शन के नियम और कायदे लागू होते है।
FAQ’s-
Q.1- चंद्रताल झील की गहरायी कितनी है?
उत्तर- यह आज तक कोई नहीं बता पाया की चंद्रताप लेक की गहरायी कितनी है। यह झील 3.5 किलोमीटर के दायरे में फैली है जो की 15000 फ़ीट की ऊंचाई पर स्थित है।
Q.2- मनाली से चंद्रताल लेक की दूरी कितनी है?
उत्तर- मनाली से चंद्रताल जाने के लिए अटल टन्नल से होकर गुजरना होगा इसके लिए आप बड़ी नहीं बल्कि छोटी गाडी में जायेंगे तो सही रहेगा। मनाली से चंद्रताल की दूरी लगभग 112 किलोमीटर है जहाँ पहुंचने में करीब 3 से 4 घंटे तक का समय लगता है।
Q.3- चंद्रताल झील कहाँ है?
उत्तर- चंद्रताल झील हिमाचल प्रदेश की लाहौल स्पीति के बीच में एक बंजर सी जमीन पर स्थित एक झील है जो की चारो तरफ से बर्फ के पहाड़ो से घिरी है।
Q.4- चंद्रताल झील का क्या रहस्य है?
उत्तर- चंद्रताल झील के बारे में बहुत सी रहस्यमयी घटनाये प्रसिद्ध है जिसमे परियों की कहनिया और ufo की कहानिया काफी ज्यादा प्रसिद्ध है पर इन कहानियो की कितनी ज्यादा वास्तविकता है उसके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता क्युकी कोई पुख्ता प्रमाण इसके आज तक उपलब्ध नहीं है जो ये साबित कर पाए ये कहानिया सही है।
Q.5- चंद्रताल की कहानिया सच है या झूठ?
उत्तर- चंद्रताल समुद्रतल से काफी ज्यादा उचाई पर स्थित है तो ये कहना गलत नहीं होगा की वहां जाकर व्यक्ति भ्रम की स्थिति में पड़ जाता है और सुनी सुनाई बातो को सच मन्ना भी इसका एक कारन हो सकता है।
Q.6- चंद्रताल किस महीने में जाना सही है ?
उत्तर- चंद्रताल बहुत ऊंचाई पर स्थित है जहाँ काफी ज्यादा बर्फ पड़ती है इसलिए वहां जाने के लिए सबसे अच्छा महीना मई और जून का ही है।
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