चरण मंदिर से हो गए 2 भाई गायब- घटना जयपुर के नाहरगढ़ पहाड़ी पर स्थित चरण मंदिर की है जहाँ पर दो भाई हो गए गायब। आज हम बात करने वाले है ऐसी भूतिया जगह की जहाँ से हर थोड़े समय में ऐसी ही खबरे सुनने को मिलती है पर जो इस बार हुआ उसने पुरे जयपुर का दिल दहला दिया है। बात संडे सुबह यानी 01-09-2024 की थी नाहरगढ़ पहाड़ी के नजदीक ही स्थित भट्टा बस्ती में निवास करने वाले दो भाई आशीष और राहुल घर से घूमने का कहकर सुबह 6 बजे ही चरण मंदिर की तरफ नाहरगढ़ के पहाड़ी वाले रास्ते से निकल गए।
कुछ समय बाद छोटे भाई का फ़ोन उसकी माता के फ़ोन पर आया की भये नहीं मिल रहा है हम रास्ता खो गए। घबराई सेहमी माँ ने उनके पिता को फ़ोन किया। पिता ने पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज कराई और पुलिस की मदद से कड़ी मेहनत के बाद छोटे भाई जिसने अपनी माँ को फ़ोन किया था उसकी लाश झाड़ियों में पड़ी मिली थी। पर बड़े भाई को प्रशासन को ढूंढ़ते 5 दिन हो गए उसका कोई सुराग हाथ नहीं लग पा रहा। पूरा जयपुर जानना चाहता है की आखिर दोनों भाई वहां क्यों गए और गए तो एक भाई की मौत कैसे हुई ?
दूसरा भाई कहाँ है? उसका किसी को कुछ पता नहीं है की वो मृत है या जिन्दा ? प्रशाशन ने इन पांच दिनों में चप्पा चप्पा छान मारा , उधर माता पिता का रो रो कर बुरा हाल है। क्या इस रहस्यमयी घटना का खुलासा सरकार कर पाएगी ? इस बार को तो हमें नहीं पता पर आज हम इसी चरण मंदिर के बारे में आपको विस्तार से जानकारी देंगे की क्यों है चरण मंदिर इतना भूतिया? क्या है इसका इतिहास और रहस्य?
चरण मंदिर की कहानी Nahargarh, Charan Mandir Story in Hindi
इस मंदिर का निर्माण जयपुर के राजा मानसिंह प्रथम द्वारा करवाया गया था। क्युकी एक दिन श्री कृष्ण जी ने उनके सपने में आकर अपने चरण चिह्न होने का स्थान बताया और मंदिर बनवाने के लिए कहा। उसी सपने के तहत राजा मानसिंह जी ने मंदिर की खोज शुरू करवा दी और मंदिर की खोज के बाद चरण मंदिर स्थापित किया गया जहाँ आपको श्री कृष्ण जी की चरण पादुका देखने को मिलेगी।
ऐसा भी कहा जाता है की एक नन्द बाबा और श्री कृष्ण जी ने अम्बिका वन यानी आमेर की पहाड़ी की यात्रा की थी और अम्बिका वन में बहुत बड़ा अजगर रहता है उसने नन्द बाबा का पैर पकड़ लिया। जैसे ही अजगर ने नन्द बाबा का पैर पकड़ा उन्होंने श्री कृष्ण को और ग्वालो को बुलाया और वहां पहुंचकर श्री कृष्ण ने अजगर को दाहिने चरण से स्पर्श किया और स्पर्श करते ही वो अजगर एक आदमी के रूप में बदल गया। तब अजगर ने अपनी कहानी बताई की एक बार में आकाश में घूम रहा था तभी अंगिरा गोत्र के ऋषि का मेने मजाक बनाया और उन्होंने मुझे श्राप दे दिया तब से मैं अजगर बना हु। फिर उसने श्री कृष्ण की परिक्रमा की और मोक्ष प्राप्त किया।
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मंदिर के आस पास क्यों होती है ऐसी घटनाएं?
आये दिन नाहरगढ़ की पहाड़ियों पर ऐसी घटनाये सुनने को मिलती ही रहती है इसका कारण वहां होने वाला सूनापन ही है वहां दिन में कोई परिंदा भी पर नहीं फड़फड़ाता ऐसी जगहों पर जाना अपनी जान को शेर के मुँह में देने जैसा ही है। इसके अलावा वहां बहुत से जंगली जिव जानवर भी है इसीलिए आये दिन वहां किसी न किसी की मौत की खबरे सुनाई देती ही रहती है।
FAQ’s-
चरण मंदिर से जुड़े कुछ सवाल जो लोगो के द्वारा पूछे गए है।
Q.1- नाहरगढ़ पहाड़ी पर गुम हुए दोनों भाई क्या मिल गए है?
उत्तर- नहीं नाहरगढ़ पहाड़ी पर चरण मंदिर के नजदीक गुम हुए दोनों भाई में से एक भाई मृत पाया जा चूका है जिसका नाम आशीष है और दूसरा भाई का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है।
Q.2- नाहरगढ़ पर गुम हुआ राहुल मिल गया है ?
उत्तर- नहीं नाहरगढ़ पर गुम हुए बड़े भाई का अभी तक कुछ नहीं मिला अभी तक उसकी तलाश जारी है और राहुल के माता पिता ने उसके गुमशुदगी के लिए हाइकोर्ट में अपील कर दी है।
Q.3- चरण मंदिर में किस भगवान् की मूर्ति है?
उत्तर- चरण मंदिर में किसी भी भगवन की मूर्ति नहीं है बल्कि वहां श्री कृष्ण और उनके गाय के चरण चिह्न है।
Q.4- चरण मंदिर का निर्माण किसने करवाया था?
उत्तर- चरण मंदिर का निर्माण महाराज मानसिंह प्रथम ने करवाया था।
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