आप सभी ने देखा होगा की सभी शिव के भक्त हर हर महादेव का जयकारा जरूर लगते है। कोई भी शिव जी की आरती या शिव जी के मंदिर में प्रवेश के समय भक्तों के मुख से ध्वनि निकलती है तो वो कुछ और नहीं ” हर हर महादेव” ही होती है। इतना ही नहीं हर हर महादेव का जाप तो सावन के महीने में हर दूसरा व्यक्ति ही करता नजर आता है। क्या आपने कभी सोचा है की Har Har Mahadev क्यों कहा जाता है ? क्यों हर हर महादेव का हर समय जयकारा लगाया जाता है? इसके पीछे का क्या कारण है ? आज हम आपको इसके पीछे छिपे रहस्य के बारे में बताने जा रहे है।
हर हर महादेव का क्या मतलब है?
Har Har Mahadev का मतलब जानने के लिए आपको एक एक शब्द का मतलब जानना होगा जिसमे ” हर हर ” बोलने का तात्पर्य ये है की “हरण करने वाला ” जो हमारे सभी दुखो, अप्पत्तियों, कष्टों का हरण कर ले।
महादेव इसीलिए कहा जाता है क्युकी शिव जी सभी भगवानो में सबसे श्रेष्ठ और महान है, उनका अवतार महावीर है इसीलिए उन्हें महादेव कहा जाता है। हर हर महादेव का कुल मिलकर तातपर्य ये है की शिव जी हमारे सभी कष्टों को हर लो, पापो को हर लो और आपत्तियों को हर लो।
हर हर महादेव का उच्चारण हमें कहाँ करना चाहिए?
वैसे तो कही भी और कभी भी हर हर महादेव का उच्चारण किया जा सकता है पर कुछ विशेष अवसरों पर इनका उच्चारण करना चाहिए।
1.जैसे जब आप किसी विशेष कार्य के लिए जा रहे हो और वो काम नहीं हो रहा लगातार नकारात्मक परिणाम आपको देखने को मिल रहे है उस समय घर से निकलते वक्त हर हर महादेव का उच्चारण करे आपके काम बन जाए।
2.यदि आपने मुख से किसी को कटु वचन बोले है, किसी को गन्दा बोल दिया, गलत बोल दिया या गाली दे दी तो दिन में कम से कम 3 बार हर हर महादेव बोलने से मुख से बोले गए वचन के पाप धूल जाते है।
3.मन में यदि कोई दुविधा है यानी की दो नाव में सवार में सवार है तो आप बिल पत्र का एक पत्ता लेकर हर हर महादेव बोलकर निर्णेय लेने से सभी मन की दुविधा ख़त्म हो जाती है।
4. जब भी आप शिव के मंदिर में पूजा करने जाए और आपकी पूजा समाप्त हो जाये तो अंत में हर हर महादेव का उच्चारण बहुत तेजी से करे आपकी सभी मनोकामना पूरी हो जाएगी।
5. भगवन शिव को मृत्यु को हरने वाला भी कहते है इसीलिए यदि किसी को जान का संकट हो तो वो जरूर शिव जी की पूजा करे।
हर हर महादेव बोलने से क्या लाभ होता है?
हर हर महादेव बोलने से हम भोलेनाथ के प्रति पूरी तरह से समर्पित हो जाते है और महादेव हमें हमारी हर मुश्किल में सहायता करते है। जैसा की महादेव को भोलेनाथ कहा जाता है और भोलेनाथ बोलने के पीछे का कारण भी यही है की वो बिलकुल भोले है मात्रा हर हर महादेव कहने भर से ही भक्त से खुश हो जाते है और उसके सारे दुखो और कष्टों को हर देते है। इसीलिए हमें भोलेनाथ की पूजा जरूर करनी चाहिए।
यही नहीं कहा जाता की अन्य भगवानो की तुलना में भोलेनाथ को मानना आसान होता है।
क्या “हर हर महादेव” से मोक्ष की प्राप्ति होती है?
भगवान शिव को आदि देव भी कहा जाता है यानी जिनका ना तो मृत्यु हुई है न ही जन्म। धरती पर भगवान शिव को भाव हर भी कहा जाता है यानी की मृत्यु को हरने वाला पर इस धरती पर जिसका जन्म हुआ है उसकी मृत्यु निश्चित है। पर भगवान शिव ही मनिष्य को जीवन और मृत्यु के काल चक्र से हटाकर मोक्ष दिलाते है इसीलिए महादेव हर हर महादेव के जरिये शिव में मिलाने में मदद करता है। भगवान शिव के लिए कहा जाता है की उनको किसी विशेष पूजा की जरुरत नहीं है मात्रा हर हर महादेव से ही महादेव हर दुःख हर लेते है।
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प्रश्न और उतर
प्र्शन 1: हर हर महादेव बोलने के पीछे का महत्व क्या है?
उतर:- कहते है अगर अपने भगवन शिव की पूजा रोज करे और साथ ही हर हर महादेव का जाप करे तो धन, स्वस्थ, और समृद्धि प्राप्त होती है।
प्र्शन 2: 1 दिन में हर हर महादेव कितनी बार बोलना चाहिए?
उतर:- ॐ नमः शिवाय का जाप और हर हर महादेव प्रतिदिन 11 बार और ज्यादा से ज्यादा 108 बार बोलना चाहिए।
प्र्शन 3: महादेव से बड़ा कोनसा भगवान है?
उतर:- भगवन विष्णु को भी श्रेष्ठ माना जाता है।
प्र्शन 4: हर हर महादेव बोलते हुए दोनों हाथ क्यों उठाते है?
उतर:- हर-हर महादेव बोलने का अर्थ है की ‘परम चैतन्य शक्ति ‘ प्राप्त करना, और अपने सभी दोषो को समाप्त कर पूर्ण मनोयोग से तत्पर हो उठते हैं।
प्रश्न 5: शिव को महादेव बोलने के पीछे का कारण क्या है?
उतर:- देव को देव भगवान भोलेनाथ को बहुत से नामो से जाना जाता है जैसे की शंकर, नीलकंठ, महादेव, केलेशपति, दीनानाथ, बोला जाता है।