Top Places to Visit in Punjab:- पंजाब में बहुत से पर्यटक स्थल, धार्मिक स्थल और ऐतिहासिक स्थल है जो अवश्य ही पर्यटकों का ध्यान अपनी और आकर्षित करते है। इन सब के आलावा पंजाब का खाना भी पूरी दुनिया में काफी प्रसिद्ध है। पंजाब को वहां की संस्कृति और इतिहास के बारे में भी जाना जाता है। यहाँ घूमने के लिए काफी जगह है जैसे अमृतसर में स्थित गोल्डन टेम्पल जो की पर्यटकों का विशेष ध्यान आकर्षित करता है, इसके आलावा जलियावाला बाग़ और यहाँ पर स्थापित अन्य गुरूद्वारे जिनका अपना ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है।
पंजाब का नाम आते ही बैशाखी का त्यौहार का नाम तो सबके दिमाग में आता ही है खास तौर पर विदेशी पर्यटक इसी त्यौहार के बीच पंजाब आते है ताकि वो लोग यहाँ की सांस्कृतिक महत्त्व को समझ सके। तो चलिए इन्ही जगहों के बारे में विस्तार से जान लेते है।
Top Places to Visit in Punjab [अमृतसर से लेके मोहाली तक पुरे पंजाब में घूमने की जगह]
यहाँ पर हम शुरू कर रहे है की पंजाब में आप लोग कहा कहा घूमने जा सकते है। जैसे की अमृतसर में, जालंधर, मोहाली, और भी बहुत सी जगह है पंजाब में जहा आप घूमने जा सकते है। तो चलिए शुरू करते है Top Places to Visit in पंजाब.
1.अमृतसर में घूमने की जगह
जब भी अमृतसर का नाम आता है तो सबके दिमाग में एक जगह सबसे पहले आती है जो है ” गोल्डन टेम्पल ” जिसे स्वर्ण मंदिर भी कहा जाता है। अमृतसर पंजाब के पर्यटक स्थलों में प्रमुख है। इसके आलावा यहाँ पर आपको जलीय वाला बाग़ और बागा बॉर्डर भी देखने को मिलेगी जो की बहुत फेमस है।
I | गोल्डन टेम्पल | इसको तो कौन नहीं जनता ये मंदिर भारत के धार्मिक स्थलों में सबसे प्रमुख माना जाता है। जिसे देखने हर रोज लाखों की संख्या में लोग आते है। इस मंदिर का निर्माण पंद्रहवी शताब्दी में पांचवे सिख गुरु अर्जुन देव जी ने करवाया था बाद में उन्नीसवीं शताब्दी में महाराजा रणजीत सिंह जी ने इस मंदिर की छत को 400 किलो सोने से जड़ दिया था। तब से इसे गोल्डन टेम्पल के नाम से जाना जाता है। साथ ही ये मंदिर अमृत्सरोवेर नाम के एक पवित्र तालाब से घिरा है। |
II | जलियावाला बाग़ | ये वो जगह है जिसे कोई भी हिंदुस्तानी कभी नहीं भूल सकता। 19 अप्रैल 1919 के दिन अंग्रेजी अफसर ने जनरल डायर ने लोगों की भीड़ पर बिना चेतावनी ताबड़ तोड़ गोलियों की बरसात करवा दी जिसमे हजारों की तादाद में लोग मारे गए। आज भी वहां की दीवारों पर उन गोलियों के निशान देखने को मिलते है । इसीलिए इस दिन को काला दिन भी घोषित कर दिया गया था। इस बाग़ को अब स्मारक के रूप में बदल दिया गया है। |
III | वगाह बॉर्डर | ये बॉर्डर अमृतसर से 28 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक सैनिक चौकी है। इस सीमा चौकी के प्रवेश द्वार को स्वर्ण जयंती गेट कहते है। यहाँ शाम के समय एक परेड और रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किया जाता है जिसे देखने दूर दूर से लोग आते है। |
IV | पार्टीशन म्यूजियम | ये म्यूजियम भारत पाकिस्तान के विभाजन के समय को दर्शाता है, यहाँ विभाजन के समय की कुछ तस्वीरें और चीज़े राखी गयी जो की अमृतसासर के टाउन हॉल इलाके में स्थित है। |
V | दुर्गीआना मंदिर | अमृतसर के हाथी गेट चौक के पास ये मंदिर स्थित है जो की माँ दुर्गा को समर्पित है। इस मंदिर को लक्ष्मी नारायण मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर का निर्माण बीसवीं शताब्दी में हुआ। जहाँ पर माता दुर्गा के साथ माता सीता के भी दर्शन आपको करने को मिलेंगे। |
VI | महाराजा रणजीत सिंह म्यूजियम | यह म्यूजियम अमृतसर के राम बाग़ गार्डन में स्थित है। जहाँ पहले के समय में राजा महाराज काफी समय बिताया करते थे जिसे अब म्यूजियम के रूप में परिवर्तित कर दिया गया है। यहाँ बहुत से ऐतिहासिक चित्र, सिक्के और युद्ध में उपयोग आये औजारों को संग्रह कर रखा गया जिसे आप वहां देख सकते है। |
VII | खैर- ऊ- दीन मस्जिद | ये मस्जिद अमृतसर के हाल बाजार में गाँधी गेट के नजदीक स्थित है जिसे मोहम्मद खैरुद्दीन ने उन्नीसवीं शताब्दी में बनवायी थी। यह मस्जिद अमृतसर में निवास करने वाले मुसलमानो का मुख्या धार्मिक केंद्र है जो अपनी बनावट के लिए काफी प्रसिद्ध है। ये मस्जिद इतनी बड़ी है की इसमें हजारों की संख्या में मुसलमान एक साथ नमाज अदा कर सकते है। |
VIII | गोबिंदगढ़ किला | ये किला अमृतसर के विजय चौक के पास स्थित बहुत ही खूबसूरत और ऐतिहासिक किला है। जिसे गुरु गोविंदसिंह जी के नाम से जाना जाता है। यहाँ जो टोपे राखी गयी है वो आजादी के समय स्तेमाल की गयी थी। आपको जानकार हैरानी होगी विश्व का सबसे बेशकीमती हीरा यानी की कोहिनूर का हीरा पहले यही रखा जाता था जिसे बाद में अंग्रेज चुराकर ले गए थे। |
IX | पंजाब स्टेट वॉर हीरोज मेमोरियल एंड म्यूजियम | यह मेमोरियल और म्यूजियम अमृतसर के श्री गुरु अमर दास नगर में स्थित है। जिसे देखने के लिए मात्रा 100 रूपए का टिकट लगता है। यहाँ 1965 और 1971 के युद्ध से जुड़े कुछ हथियार और तस्वीरों का प्रदर्शन किया गया हैं। साथ ही आपको यहाँ लाड़कू विमान एन एस विक्रांत भी देखने को मिलेगा जो की भारतीय वायु सेना द्वारा प्रदर्शित करने हेतु रखा गया है। यहाँ एक ऐसी तलवार है जो की 45 मीटर लम्बी और 60 तन वजनी है जो की दुनिया की सबसे बड़ी तलवार है, विशेष आकर्षण का केंद्र है। |
X | हॉल बाजार | यह बाजार अमृतसर का सबसे प्रसिद्ध बाजार मन जाता है। जो की रामबाग क्रासिंग के पास नजदीक स्थित है। यहाँ से आप यहाँ के कुछ प्रसिद्ध आइटम खरीद सकते है। |

2. जलंदर [Top Places to Visit in Punjab]
जलंदर पंजाब का एक मुख्या शहर है जो की अपने इतिहास के लिए काफी प्रसिद्ध है। जलंदर शहर को पंजाब का दिल कहा जाता है, यहाँ आपको बहुत से धार्मिक और ऐतिहासिक महत्त्व वाले स्थान देखने को मिलेंगे। यहाँ आपको भगत सिंह संग्रहालय, इमाम नसीर मस्जिद, वंडर लैंड थीम पार्क, संत मर्री कैपिटल चर्च, कंपनी बाग़, रंगला पंजाब हवेली और सीतला मंदिर जैसी जगह देखने को मिलेगी।
I | देवी तालाब मंदिर | ये मंदिर भारत के 51 शक्तिपीठों में से एक है इसीलिए इसका काफी धार्मिक महातक है। यह मंदिर शेहेर के बिलकुल बीच में स्थित है। इस मंदिर का दाहिना स्तन गिरा था इसीलिए यहाँ देवी काली और भगवन शिव की मूर्ति है। यहाँ शिव जी की पूजा भीषण भैरव के रूप में की जाती है। इस मंदिर में एक तालाब है जो हिन्दुओ के लिए काफी पवित्र माना जाता है। |
II | रंगीला पंजाब हवेली | ये एक पारम्परिक थीम गांव के रूप में बना एक रिसोर्ट है जो पंजाब की विभिन्न गतिविधियों को दर्शाता है। यहाँ जाकर पर्यटक पंजाबी संस्कृति को करीब से जान सकते है। |
III | पुष्पा गुजराल साइंस सिटी | ये जगह 72 एकड़ के चैत्र में फैला है। इस जगह का उद्देश्य छोटे बच्चो विज्ञान, कृषि और तकनिकी और मानव विज्ञानं सहित अन्य क्षेत्रों में बच्चो को ज्ञान देना है। इनके साथ साथ यहाँ आपको तारा मंडल शो भी देखने को मिलेगा। |
IV | वंडरलैंड थीम पार्क | ये जलंदर की सबसे अच्छी जगहों में से एक है जो की 11 एकड़ की जमीन में फैला है। यहाँ आपको दिलचस्प राइड, पूल, एक्टिविट्स , डांस के साथ साथ रोमांचक अनुभव प्रदान करता है। इस सबके आलावा यहाँ आपको खाने पीने के लिए रेस्टुरेंट और शॉपिंग के लिए दुकाने भी मिलेगी। |
V | जंग – इ – आजादी म्यूजियम | ये अमृतसर जलंदर हाईवे पर स्थित है। ये 25 एकड़ की भूमि में फैला है जो की उन लोगों को समर्पित है जिन लोगों ने भारत की आजादी के लिए अपने प्राणो का बलिदान दिया था। इसकी वास्तुकला पर्यटकों का विशेष ध्यान आकर्षित करती है। यहाँ आपको 15 मिनट की थ्री डी फिल्म दिखाई जाती है। |
VI | निक्कू पार्क | ये जलंदर शहर के बीचो बीच स्थित बच्चो के लिए काफी अच्छा पार्क है इसीलिए यदि आप जलंदर घूमने आये है तो यहाँ जरूर जाइएगा। याहं काफी लोग पिकनिक मानाने आते है। |
VII | सोडल बाबा मंदिर | ये मंदिर जलंदर अमृतसर के प्रसिद्ध मंदिरो में से एक है, यहाँ पर सितम्बर में अनंत चतुर्दशी के दिन एक विशाल मेले का आयोजन किया जाता है जहाँ लाखों की संख्या में लोग आते है। |
VIII | स्वामी नारायण मंदिर | ये मंदिर जलंदर के चिड़ियाँ रोड पर स्थित है। मंदिर में स्वामी नारायण जी के आलावा आपको राधा कृष्ण, सीता राम, हनुमान, और पार्वती जी के दर्शन करने को मिलेंगे। |
IX | गुरुद्वारा तलहन साहिब जी | ये तलहन नमक गांव में स्थित है। यहाँ आने वाले भक्त तलहन साहेब को हवाई जहाज के खिलोने चढ़ाते है। |
X | भगत सिंह संग्राहलय | ये पंजाब के खट्टर कलां गांव में स्थित है। यहाँ भगत सिंह से जुडी बहुत सी चीज़े संग्राहलय में रखी गयी है जिसे चाहो तो आप जाकर देख सकते है। |

3.पटियाला
पटियाला पंजाब का चौथा सबसे बड़ा शहर है जो की पर्यटकों का ध्यान अपनी और खींचता है। पटियाला एक समय सिध्धु राजवंश के द्वारा स्थापित एक रियासत थी। यहाँ पर आप मोती बाग़ पैलेस, रंग महल, शीश महल, किला आँधरोन, काली मंदिर, दरबार हाल, बीर मोती बाग़ अभ्यारण, लक्ष्मण झूला और किला मुबारक काम्प्लेक्स आदि जगह घूमने के लिए काफी प्रचलित है।
I | शीश महल | शीश महल का निर्माण उन्नीसवीं शताब्दी में किया गया था जो की पटियाला के प्रमुख आकर्षक केंद्रों में से एक है। शीश महल के सामने लक्ष्मण झूला है वो इसकी सुंदरता और बढ़ा देता है। शीश महल महल की बनावट इतनी अच्छी है की पर्यटक अपने आप इसकी और खींचे चले आते है। |
II | बारादरी गार्डन | ये गार्डन महाराजा राजेंद्र सिंह द्वारा बनवाया गया था। आज भी इनकी प्रतिमा इस गार्डन में स्थापित है। यहाँ बहुत से सुन्दर पेड़ पौधे और फूल देखने को मिलते है। |
III | बहादुर गढ़ किला | ये किला 1658 में नवाब सैफ द्वारा बनवाया गया था। इस किले को 1837 में दुबारा महाराजा कारण सिंह ने पुनर्निर्माण करवाया इसके उपरांत सिखों के नौवे गुरु बहादुर जी के नाम पर इस किले का नाम रखा गया। इस किले का आकर गोल है जिसमे एक गुरुद्वारा भी है। |
IV | किला मुबारक काम्प्लेक्स | ये भारत में मुगलों और राजपूतों की कला शैली को प्रदर्शित करता है। यहाँ आपको रानी दस दरबार जैसी बहुत सी खूबसूरत जगह देखने को मिलेगी। ये किला काफी बड़ा है। |
V | मोती बाग़ पैलेस | इस पैलेस का निर्माण महाराजा भूपेंद्र सिंह द्वारा 1840 में किया गया था। ये पटियाला के सबसे पुराने आकर्षक स्थलों में से एक है। यहाँ आप कुल 15 हाल देखेंगे और यहाँ पर बानी राजपूती शैली स्वतः ही आपका ध्यान अपनी और खींच लेगी। |
VI | बीर मोती बाग़ वन्य जीव अभ्यारण | ये अभ्यारण शहर से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। 654 एकड़ की भूमि में फैला ये अभ्यारण जानवरों की विविधता के कारण भारतीय तो क्या विदेशी पर्यटकों का भी ध्यान अपनी और आकर्षित कर लेता है। यहाँ आपको मोर, मैना, हिरन, बहुत से जानवरों की अलग अलग प्रजातियां देखने को मिलेगी। |
VII | लक्ष्मण झूला | ये शीश महल के बिलकुल सामने ही स्थित है इसे भी देखने हर रोज काफी लोग आते है। ये ऋषिकेश के लक्ष्मण झूले के सामान है। |
VIII | काली माता मंदिर | इस मंदिर का निर्माण 1936 में महाराजा भूपेंद्र सिंह ने करवाया था। ये मंदिर माता काली को समर्पित है जो की बारादरी गार्डन के सामने ही स्थित है। अगर आप पटियाला घूमने गए है तो यहाँ जरूर जाए। |
IX | रंग महल | ये महल भी मोती बाग़ पैलेस में स्थित बहुत ही खूबसूरत महल है जिसे देखने काफी संख्या में लोग आते है। |
X | दरबार हॉल | ये पटियाला फोर्ट में ही स्थित है। यहाँ पर पुराने समय में राजा महाराज का दरबार लगा करता था जो की आज पर्यटकों का पर्यटन स्थल बन चूका है। |

4. भटिंडा
ये पंजाब के सबसे पुराने शहरों में से एक है जो की अपने ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। आधुनिक भटिंडा को एक भाटी राजपूत राजा ” राजा बाला राव भाटी” द्वारा स्थापित किया गया था। यदि आप भटिंडा घूमने गए है तो आप किला मुबारक, चेतक पार्क, जूलॉजिकल गार्डन, बहिया किला और धोबी बाजार जैसी जगह घूमने जा सकते है। यदि आप पंजाब के इतिहास को करीबी से जानना चाहते है तो इस शहर में आपको जरूर जाना चाहिए।
I | किला मुबारक | इसे प्राचीन भारत के प्रवेश द्वार के रूप में जाना जाता है , ये भारत के सबसे पुराने किलो में शामिल है। इसका निर्माण 90 से 110 एसवी में किया गया था। गुरु गोविन्द सिंह जी ने इस स्थल की खोज की। यहाँ का वातावरण बहुत शांत है। यहाँ आप सुबह 9 बजे से रात के 10 बजे तक आ सकते है और हफ्ते में एक दिन यानी सोमवार को किला बंद रहता है। |
II | रोज गार्डन | यह गार्डन 40 हजार वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैला है। यहाँ आप अपने दोस्तों, साथी और परिवार वालों के साथ ताजे फूलों का आनंद लेने आ सकते है। |
III | चेतक पार्क | इस पार्क में बहुत ज्यादा हरियाली है जो की चेतक झील के पास स्थित है। यहाँ लोग बर्ड वाचिंग के लिए भी आते है। |
IV | दमदमा साहेब गुरुद्वारा | सिख धर्म अनुयायिओं के कारन ये कई लोगों का घर है। कहाँ जाता है की दसवे सिख गुरु जी ने इसी गुरुद्वारा में सिख धर्म ग्रन्थ तैयार किये थे। |
V | पीर हाजी रतन मजार | ये भटिंडा के सबसे पवित्र स्थलों में से एक है। जो की सभी धर्मो के लोगों का स्वागत करता है। यहाँ मस्जिद और गुरूद्वारे की एक ही दिवार है तो एकता का प्रदर्शन करती है। |
VI | मैसेर खाना मंदिर | भटिंडा मनसा रोड पर ये मंदिर स्थित है जो की ज्वाला जी और माता दुर्गा को समर्पित है। जहाँ लाखों की भक्त माता का आशीर्वाद लेने आते है। |
VII | वीर तालाब और ज़ू | ये 161 एकड़ क्षेत्र में फैला है इसे भटिंडा ज़ू लॉजिकल गार्डन भी कहते है। कई लोग इसे मिनी चिड़ियाघर के नाम से भी जानते है। यहाँ अआप्को तोते, मोर, कबूतर के साथ साथ शीशम, बगूल जैसे कई पेड़ो की सुंदरता देख सकते है। |
VIII | भटिंडा लेक | इस झील पर हमेशा आपको काफी संख्या में पर्यटक देखने को मिलेंगे। ये जगह काफी शांत और आखों को शांति देने वाली है जहाँ आप बोटिंग का आनंद भी उठा सकते है। |
IX | धोबी बाज़र | इसे भटिंडा की रौनक कहा जाता है क्युकी ये भटिंडा का सबसे सस्ता और अच्छा बाजार है। यहाँ आपको हर चीज़ मिलेगी इसीलिए यहाँ लोकल लोगों के साथ साथ पर्यटकों की भीड़ भी काफी रहती है। |
X | लाखी जंगल | यहाँ आपको गुरुद्वारा लखि जंगल साहिब देखने को मिलेगी जो की सिखों की सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक है। |

5. लुधियाना [Best Place to Visit in Punjab]
ये पंजाब का सबसे बड़ा शहर है जो की सतलुज नदी के किनारे पर स्थित है। ये शहर अपने किलो, गुरुद्वारों और पुराणी इमारतों के लिए पुरे विश्व में प्रसिद्ध है। यहाँ पर आपको लोदी किला, ग्रामीण विरासत संग्रहालय, पंजाब कृषि विश्व विद्यालय, फिल्लौर का किला, नेहरू रोज गार्डन और गुरुद्वारा चरण कमल देखने को मिलेंगे। यदि आप पंजाब घूमने जा रहे है तो लुधियाना घूमना बिलकुल ना भूले।
I | फिल्लौर किला | इस जगह पर सबसे ज्यादा पर्यटक आना पसंद करते है। फिल्लौर किले को महाराजा रणजीत सिंह जी के सेनापति दीवान मुकंद चाँद द्वारा बनाया गया था। इस किले को महाराजा रणजीत सिंह किले के नाम से भी जाना जाता है। अंग्रेजो ने इस किले पर 1846 में कब्ज़ा कर लिया था । आज ये पर्यटकों के लिए घूमने की खास जगह है। |
II | आलमगीर | ये लुधियाना से 10 किलोमीटर दूर है। यहाँ श्री मांझी साहेब गुरुद्वारा है जिसे आलमगीर गुरुद्वारा के नाम से भी जाना जाता है। कहा जाता है की इस गुरूद्वारे पर गुरुनानक जी ने विश्राम किया था इसलिए ये गुरुद्वारा सिखों के लिए बहुत धार्मिक महत्त्व रखती है। |
III | नेहरू रोज गार्डन | ये लुधियाना के बीचो बीच स्थित है जो की 27 एकड़ के क्षेत्र में फैला है। कहाँ जाता है की इस पार्क में करीब 17000 पौधे और 1600 किस्म की गुलाब की प्रजातियां देखने को मिलेगी। यदि आपको पिकनिक मानना है तो ये आपके लिए सबसे बेस्ट जगह है। |
IV | महाराजा रणजीतसिंह वॉर म्यूजियम | ये म्यूजियम 1999 में कारगिल युद्ध के उपरांत बनाया गया। यहाँ आप भारतीय सेना के विशेष हथियारों के बारे में जान सकेंगे। यहाँ प्रथम विश्व युद्ध से लेकर कारगिल युद्ध तक हुए सभी युधो के बारे में सभी जानकारी प्राप्त कर पाएंगे। |
V | गुरुद्वारा नानकसँग जगरोन | लुधियाना से 40 किलोमीटर दूर एक धार्मिक स्थल है जो की एक तालाब के किनारे स्थित है। इसकी स्थापना 1975 में हुई। यहाँ हर साल अगस्त में मेले लगते है जहाँ भाईचारे को विशेष महत्त्व दिया जाता है। |
VI | लोधी किला | ये लुधियाना का एक प्रसिद्ध किला है जिसे पंजाब के पुराने किले के नाम से भी जाना जाता है। ये किला बहुत पुराण हो चूका होने के खण्डार रुपी ईमारत में बदल गया है। जिन भी लोगो को ऐतिहासिक स्थलों को देखने में दिलचस्पी है वो एक बार यहाँ आ सकता है। |
VII | टाइगर सफारी | टाइगर सफारी लुधियाना के जीती रोड पर स्थित है। यहाँ आप काळा हिरन, मोर, शेर, चिटा आदि जानवरों को जीप में बैठकर खुली आखों से देख पाएंगे। |
VIII | हार्डी वर्ल्ड | ये लुधियाना का फेमस एम्यूजमेंट पार्क है। यहाँ 20 से अधिक सफारी है जहाँ की रोलर कोस्टार राइड काफी प्रचलित है। ये पार्क लुधियाना से मात्रा 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जहाँ का टिकट मात्रा 800 रूपए है। |

6.पठानकोट, पंजाब में घूमने की जगह
इसको जम्मू- कश्मीर और हिमाचल के एंट्री गेट यानी की प्रवेश द्वार के रूप में जाना जाता है जो की पंजाब की घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक माना जाता है। यहाँ आपको हर तरफ हरियाली और समृद्ध इतिहास की गाथाये जानने को मिलेगी। यहाँ आपको मुक्तेश्वर मंदिर, आशापूर्णी मंदिर, रणजीत सागर डैम, काठगढ़ मंदिर, नूरपुर का किला, साप कैंडी किला और काली माता पर्यटक स्थल देखने को मिलेंगे।
I | मुक्तेश्वर मंदिर | ये मंदिर सुबह 5 बजे से रात 8 बजे तक खुला रहता है। शहर से इस मंदिर की दूरी करीब 23 किलोमीटर है। ये मंदिर शिव जी को समर्पित है। इस मंदिर के आस पास काफी पुराणी गुफाये बानी है और इन्ही गुफाओ में पांडवो ने अपने आज्ञातवास का आखिरी साल गुजरा था। |
II | रणजीत सागर बाँध | ये पंजाब का सबसे बड़ा डैम है जो पुरे पंजाब को बिजली देता है। यहाँ का नजारा इतना खूबसूरत है की इसे देखने दूर दूर से लोग आते है। |
III | नूरपुर किला | ये किला नूरपुर कसबे में स्थित है जो की 1000 साल पुराना है। ये किला हफ्ते में सातों दिन खुला रहता है। ये किला सिटी से 22 किलोमीटर तक की दूरी पर स्थित है। जब आप इस किले में जायेंगे तो देखेंगे की वहां एक मंदिर है जहाँ कृष्ण जी और मीरा बाई की पूजा की जाती है। |
IV | काठगढ़ मंदिर | ये मंदिर सुबह 5 बजे से रात के 8 बजे तक खुला रहता है जो की पूरी तरह से शिव जी को समर्पित है। शहर से इस मंदिर की दूरी करीब 22 किलोमीटर है। इस मंदिर का मुख्या आकर्षण यहाँ का शिवलिंग है जो की 6 फ़ीट ऊंचा है। |
V | नोवेल्टी मॉल | ये मॉल यहाँ काफी फेमस है जो की मूवी देखने, घूमने, खाने पीने और मनोरंजन के लिए काफी अच्छी जगह है। यहाँ एंट्री बिलकुल फ्री है। |
VI | शाहपुर कांडी किला | ये किला पठानकोट के इतिहास को दर्शाता है। इस किले का निर्माण जशपाल सिंह पठानिया द्वारा 1505 में करवाया था। |
VII | गुरुद्वारा सही बर्थ साहेब | ये पठानकोट का सबसे प्रसिद्ध गुरुद्वारा है जो की सिटी से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस गुरूद्वारे के पास एक सरोवर है। |
VIII | कथलौर कुशलियन वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी | ये नेचर से प्यार करने वालों लोगों के लिए बहुत अछि जगह है जो की शहर से 23 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। ये सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता है जहाँ आप बहुत से जानवर देख सकते है। |
IX | नागनी मंदिर | ये मंदिर नागों की देवी को समर्पित है, जहाँ बगल से ही एक शीतल जल की धरा बहती है। यहाँ पर लोग बड़ी से बड़ी बीमारी को ठीक करने के उद्देश्य से दर्शन करने आते है। यहाँ अक्टूबर से अप्रैल महीने में ज्यादा लोग देखते को मिलते है। |
X | गुरु नानक पार्क | ये पार्क पठानकोट के बिलकुल मध्य में स्थित है जहाँ बहुत हरियाली है। यदि आपको हरियाली पसंद है तो आप यहाँ जा सकते है। |

7.चंडीगढ़, पंजाब में घूमने की जगह
चंडीगढ़ के बारे में आप सभी ने सुना ही होगा जो की पंजाब और हरियाणा दोनों की ही राजधानी है। ये शहर बहुत ही मास्टर प्लान से तैयार किया गया है क्युकी जब आप यहाँ की इमारते और यहाँ की गलियों की साफ़ सफाई देखेंगे तो देखते ही रह जायेंगे। यहाँ पर रॉक गार्डन, सुखना लेक, शांति कुञ्ज, आर्ट गैलरी, सरकारिया कैक्टस गार्डन, बटरफ्लाई पार्क, चंडीगढ़ बोटोनिकल पार्क, नेचर पार्क, छतबीर चिड़ियाघर देख सकते है।
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I | रॉक गार्डन | ये पार्क चंडीगढ़ के सेक्टर एक में स्थित है। इस पार्क का निर्माण पुराणी चीज़ो को रीसायकल करके किया गया है जिसका श्रेय सरकारी अधिकारी नेकचंद को जाता है। ये पार्क 40 एकड़ में फैला है। जो भी चंडीगढ़ आता है वो इस पार्क में जरूर आता है। |
II | सुखना लेक | चंडीगढ़ में घूमने की ये सबसे मन लुभावन जगह है जो की 3 किलोमीटर के दायरे में फैली है। यहाँ आप बोटिंग भी कर सकते है। यहाँ लोगों की भीड़ शाम के समय ज्यादा नजर आती है क्युकी शाम को चौपाटी लगती है। |
III | बर्ड पार्क | नवम्बर 2021 में इसका उद्घाटन हुआ जहाँ आपको देशी और विदेशी काफी तरह के पक्षी नजर आएंगे। यहाँ एंट्री बिलकुल फ्री है। बर्ड पार्क भी रॉक गार्डन के पास में ही स्थित है। |
IV | रोज गार्डन | यहाँ काफी भारी मात्रा में पर्यटक आते है जो की चंडीगढ़ के सेक्टर 16 में स्थित है। इस गार्डन में 825 तरह के फूल और 30 हजार प्रकार के पेड़ है। इस प्रकार को जाकिर हुसैन पार्क के नाम से भी जाना जाता है जो की 30 एकड़ के क्षेत्र में फैला है। इसका निर्माण 1969 में किया गया था। |
V | गवर्नमेंट म्यूजियम एंड आर्ट गैलरी | ये म्यूजियम सेक्टर 10 में स्थित है। यहाँ आपको प्राचीन समय के चित्रों और सिक्को को रखा गया है जो की पर्यटकों का ध्यान अपनी और आकर्षित करता है। |
VI | कैपिटल काम्प्लेक्स टूरिस्ट प्लेस | काम्प्लेक्स सेक्टर 1 में स्थित है जहाँ सरकार की विधानसभा है। चंडीगढ़ शहर की वास्तुकला का उदाहरण है जहाँ आपको चंडीगढ़ की विधानसभा, हाइकोर्ट, सचिवालय तीनो स्थित है। |
VII | छतबीर ज़ू | ये चंडीगढ़ शहर से 18 किलोमीटर दूर स्थित है। यहाँ आप अपने बच्चो के साथ आ सकते है जहाँ आपको बहुत तरह के जिव जानवर देखने को मिलेंगे। साथ ही यहाँ एक डायनासोर पार्क जो बच्चो को काफी पसंद आता है। |
VIII | जापानीज गार्डन | चंडीगढ़ के सेक्टर 31 में ये पार्क स्थित है। यहाँ जापानीज संस्कृति से जुडी चीज़े है। |
IX | एलांते मॉल | ये मॉल भारत के सबसे बड़े माल्स में से एक है। ये 20 एकड़ की जमीं में फैला जहाँ बहुत सी दुकाने, बच्चों के गेमिंग जोन और भी बहुत सी चीज़े मौजूद है। |
X | ओपन हैंड मोन्यूमेंट | ये चंडीगढ़ का ऑफिसियल सिंबल है इसका निर्माण फ्रेंच आर्किटेक्ट ने किया था। इसकी उचाई 26 मीटर है। ये शांति का सन्देश देता है। |

8. कपूरथला
इसको पंजाब का पेरिस कहा जाता है क्युकी इसको बेहतरीन वास्तुकला के साथ बसाया गया है। यहाँ काफी तादाद में पर्यटक आते है क्युकी यहाँ पर बेहतरीन नज़ारे, खूबसूरत गार्डन, ऐतिहासिक स्थल और शानदार स्मारक यहाँ की आभा और बढ़ा देते है। जगतजीत पैलेस, जगतजीत क्लब, शालीमार गार्डन, मोरिस मस्जिद, अलसी पैलेस, पंज मंदिर, स्टेट गुरुद्वारा, वेटलैंड, निहाल पैलेस जैसी जगह आप यहाँ पर घूम सकते है।
I | सैनिक स्कूल / जगजीत महल | इस जगह आपको जरूर जाना चाहिए। ये कपूरथला रियासत की पूर्व महाराज जगजीत सिंह इसमें रहा करते थे इसीलिए इसे जगजीत महल के नाम से भी लोग इसे जानते है। कपूरथला के लोग कहते है की ये महल इतना शानदार है की इसे देखकर फाउंटेन ब्लू तक की याद आ जाती है। ये महल 1908 में बना था जिसे दबाद में सैनिक स्कूल में बदल दिया गया। |
II | जगतजीत क्लब | ये कप्पूरथला की बेस्ट जगह है जो की ग्रीक शैली में बानी ईमारत है। पहले इस ईमारत में एक चर्च हुआ करता था जिसे बाद में हटा दिया गया। जगजीत क्लब कपूरथला के बीचोबीच स्थित है। |
III | कांजली वेटलैंड | ये एक झील है जो की मानव निर्मित है। ये झील काफी फेमस है। परिवार के साथ जाने के लिए ये जगह बहुत अच्छी है। |
IV | मूरिश मस्जिद | इस मस्जिद का निर्माण 1930 में किया गया। इस मस्जिद में एक शानदार चित्रकारी की गयी है जिसे देखने भी लोग आते है। |
V | शालीमार गार्डन | यहाँ हरे भरे पेड़ पौधों के अलावा बहुत तरह के फूल है। यहाँ का शांत वातावरण आपको काफी पसंद आएगा। |
VI | पञ्च मंदिर | ये राजा फतहसिंघ के शाशन काल में बनवाया गया। इसके जैसे बहुत मंदिर बनाये गए क्युकी ये इतना सुन्दर है की इसे देखने दूर दूर लोग आते है। |
VII | पुष्पा गुजराल विज्ञान सिटी | ये जलंदर कपूरथला हाइवे पर स्थित है। इसका नाम पूर्व प्रधानमंत्री श्री इंद्रा कुमार गुजराल की माताजी के नाम पर रखा गया है जो की 72 एकड़ की जमीं पर फैला हुआ है। ये भारत की सबसे बड़ी विज्ञानं नगरी है। यदि आप बच्चो के साथ आये है तो यहाँ जरूर जाये। |

9. मोहाली
इसका नाम गुरुगोविंद सिंह जी के बड़े बेटे साहिबजादा अजीत सिंह के नाम पर रखा गया है इसीलिए इसे एस ए एस भी कहा जाता है। मोहाली में काफी ऐसे पर्यटक स्थल है जहाँ लोग दूर दूर से आते है जैसे रोज गार्डन, रॉक गार्डन, गुरुद्वारा नाडा साहेब, मंशा देवी मंदिर, मेटा झील और सुखना वन्य अभयारण घूम सकते है।
I | गुरुद्वारा अब साहेब | ये एक तीर्थ स्थल है जो अपने शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। इस गुरूद्वारे में साल भर में काफी लोग आते है। कहते है की ये गुरुद्वारा गुरु हर राइ जी से सम्बंधित है। |
II | थंडर जोन एम्यूजमेंट पार्क | इस पार्क की शुरुवात 15 मई 2002 में की गयी थी। यहाँ आपको अलग अलग राइड के साथ साथ अलग अलग जानवर भी देखने को मिलेंगे। अगर आप बच्चो के साथ पंजाब घूमने आये है तो यहाँ जरूर जाए। |
III | छतबीर चिड़ियाघर | यदि आपको भी पक्षियों से प्रेम है तो ये जगह आपको काफी पसंद आएगी। आपको यहाँ अलग अलग प्रजातियों की पक्षी देखने को मिलेंगे। ये बहुत साफ़ सुथरा है जहाँ से आपको जाने का मन ही नहीं करेगा। |
IV | गुरुद्वारा नाभा साहेब | ये गुरुद्वारा मोहाली जिले में स्थित है। |
V | रोज गार्डन | पंजाब के हर शहर में आपको रोज गार्डन देखने को जरूर मिलेगा ऐसा ही एक गार्डन मोहाली में है जो देखने में काफी सुन्दर है जहाँ अलग अलग तरह के गुलाब देखने को मिलेंगे। |
VI | फतह बुर्ज | इसे बंदा सिंह बहादुर मेमोरियल के नाम से भी जानते है। यही पर बंदा साहेब जी ने वजीर खान को हराया था। ये चंडीगढ़ से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। हफ्ते में सिर्फ सोमवार को ये बंद रहता है। |

10.रोपड़
यह पंजाब का प्राचीन शहर है जो की रूप नगर के नाम से भी जाना जाता है। जब यहाँ खुदाई की गयी तो यहाँ हड़प्पा संस्कृति के सबूत मिले थे। यहाँ आनंदपुर साहेब, भाखड़ा नांगल डैम, जामखोर साहेब, गुरुद्वारा परिवार बिछोला साहेब, गुरुद्वारा भट्टा साहेब और जट्टेश्वर महादेव मंदिर जैसी धार्मिक और ऐतिहासिक जगह घूमने हेतु उपलब्ध है।
I | अनंतपुर साहेब गुरुद्वारा | ये सबसे खास गुरुद्वारा है क्युकी यही पर खालसा पंत का जन्म हुआ था। ये स्थान रूप नगर मंगल मार्ग पर स्थित है। यहाँ काफी भरी संख्या में लोग आते है। यहाँ 1699 में बैशाखी के दिन गुरु गोविन्द सिंह जी ने खालसा पंत की शुरुवात की। |
II | भाखड़ा नांगल डैम | नांगल से करीब 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। ये विश्व का सबसे ऊंचा बांध है जहाँ पर्यटकों का आना माना है, पर इसके करीब एक झील है जहाँ पर पर्यटक जा सकते है। |
III | गुरुद्वारा पटेल पुर साहेब | ये रेलवे लाइन के पास स्थित है। यही पर सिख धर्म के लोग मृतकों की अस्थियों को विसर्जित करने के लिए लाते है क्युकी ये सतलुज नदी के किनारे पर स्थित है। इस जगह की स्थापना 1627 में सिख गुरु गुरु हरगोविंद सिंह जी ने की थी। |
IV | जटेश्वर महादेव मंदिर | ये मंदिर काफी पुराण है। माना जाता है की ये मंदिर करीब 200 साल पुराण है जिसका निर्माण जय दयाल शर्मा ने करवाया था। |
V | गुरुद्वारा बाटता साहेब | इसका निर्माण गुरु गोविन्द सिंह की याद में करवाया गया था। यहाँ पर सिख संप्रदाय के भक्त काफी आते है। |
VI | रोपड़ वेटलैंड | इस वेटलैंड में करीब 154 तरह के पक्षी पाए जाते है। ये करीब 1365 एकड़ के क्षेत्र में फैला है जहाँ काफी मात्रा में बर्ड वचार आते है। |

यही सब है पंजाब के अलग अलग शहरों की कुछ घूमने की जगह, अगर आपको हमारा ब्लॉग अच्छा लगा तो कमेंट करके जरूर बताये।
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FAQ’s
Q.1- पंजाब में घूमने की जगहों के नाम कौन कोनसे है?
उत्तर- पंजाब में घूमने के लिए गोल्डन टेम्पल, जलियावाला बाघ, बगाह बॉर्डर, गोविंदगढ़ किला, रंगीला पंजाब हवेली, पुष्प गुजराल साइंस पार्क, सोडल बड़ा मंदिर, भगत सिंह संग्राहलय, बरदारी गार्डन, बहादुर गढ़ किला, किला मुबारक काम्प्लेक्स, मोती बाघ पैलेस, काली माता मंदिर, चेतक पार्क, भटिंडा लेक , फिल्लौर किला, टाइगर सफारी, लोधी किला, मुक्तेश्वर मंदिर, नूरपुर किला, रणजीत सागर बांध, नाग्नि मंदिर, गुरु नानक पार्क, जापानी पार्क, रॉक गार्डन, छतबीर जू , सुखना लेक, जगजीत महल, पंच मंदिर, नूरिष मस्जिद, गुरुदवारा नाभा साहेब, फ़तेह बुर्ज, बखरा नांगल डैम, जटेश्वर महादेव मंदिर जैसी जगह पंजाब में घूमने की बहुत अच्छी जगहों में शामिल है।
Q.2- पंजाब को कितने दिनों में घुमा जा सकता है?
उत्तर– यदि आप पंजाब पूरा घूमना चाहते है तो आपको यहाँ कम से कम 5 दिन तो रुकना ही होना जिसमे आपको सबसे पहले अमृतसर में जितनी भी जगह ह वो घूमकर, फिर चंडीगढ़ जाना चाहिए उसके बाद एक दिन महोली, फिर लुधियाना और अंत में भटिंडा ऐसे आप घूम सकते है और एक दिन में आप एक ही शहर घूम सकते है क्युकी यहाँ स्थापित घूमने की जगह काफी दूर दूर है जिससे समय अधिक लगता है।
Q.3 पंजाब घूमने के लिए कितने बजट की आवश्यकता पड़ेगी?
उत्तर– पंजाब घूमने के लिए कम से कम आपको 15 से 20 हजार रूपए का बजट चाहिए जिससे आप पुरे पंजाब को अचे से घूम पाएंगे और यदि आप सोलो ट्रैवलर है और सिर्फ दो दिन में ही पंजाब घूमना चाहते है तो 10 हजार रूपए का बजट आपके लिए काफी है।
Q.4- पंजाब की सबसे प्रसिद्ध जगह कौन कोनसी है?
उत्तर- पंजाब की सबसे प्रसिद्ध जगह ज्यादातर अमृतसर में ही है जैसे गोल्डन टेम्पल, जलियावाला बाघ और बाघा बॉर्डर ज्यादा लोग इन्ही तीनो जगह पर जाना ज्यादा पसंद करते है।
Q.5- पंजाब का सबसे साफ सुथरा शहर कोनसा है?
उत्तर- चंडीगढ़ सबसे साथ सुथरा शहर है जहाँ आपको देखकर हैरानी होगी क्युकी वहां का नक्शा बहुत आधुनिक तौर तरीके से बना हुआ है?
Q.6- पंजाब में खाने के लिए सबसे ज्यादा क्या फेमस है?
उत्तर- यदि आप पंजाब गए है पंजाब की अमृसरी कुलचा और छोले खाना ना भूले जो की वहां बहुत ज्यादा प्रसिद्ध है।
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