Top 30 Places To Visit in Darjeeling in 2024:– ऐसे तो भारत में पहाड़ी इलाके में घूमने की बहुत साड़ी जगह है, उनमे से एक है दार्जीलिंग जो की इन दिनों अपनी खूबसूरती के लिए काफी ज्यादा फेमस हो रहा है। दार्जीलिंग में एक नहीं बल्कि बहुत साड़ी ऐसी जगह है जो पर्यटकों को हमेशा अपनी ओर आकर्षित करती है, कई बार लोगो को इन जगहों के बारे में पता नहीं होता ओर वहां जाने का सही समय क्या है ओर लोग उन जगहों को देख ही नहीं पाते ओर सिर्फ कुछ ही जगह घूम पाते है।
आपसे ऐसी गलती ना हो इसलिए हमारे ब्लॉग के माध्यम से हमने दार्जीलिंग में घूमने लायक सभी जगहों के बारे में बताएँगे जिससे आप कोई भी जगह देखने से रह न जाए। दार्जीलिंग पश्चिमी बंगाल की सबसे खूबसूरत जगह है, जो की समुद्र से 2134 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, ये अपने खुले वातावरण, प्राकर्तिक सौंदर्य ओर चाय के बागानों के लिए प्रसिद्ध है। दार्जीलिंग हनीमून के लिए भी बहुत अच्दी जगह है तो चलिए यहाँ पर घूमने की कौन कौनसी जगह है उनके बारे में जान लेते है।
दार्जीलिंग में घूमने की 30 जगह (Top 30 Places To Visit in Darjeeling in 2024)
S.No | दार्जीलिंग में घूमने की जगह के नाम |
1. | दार्जीलिंग नाइटेंगल पार्क |
2. | तेनज़िंग रॉक दार्जीलिंग |
3. | बतासिया लूप |
4. | विक्टोरिया वॉटरफॉल |
5. | टाइगर हिल |
6. | सेंचल झील |
7. | घूम मोनेस्ट्री |
8. | दार्जीलिंग चिड़ियाघर |
9. | गुरु सक्या मठ |
10. | चुन्नू झरना, रॉक गार्डन |
11. | दार्जीलिंग रोप वे |
12. | कलिम्पोंग |
13. | कुर्सियांग |
14. | महाकाल मंदिर |
15. | दार्जीलिंग मॉल रोड |
16. | संदक्फू |
17. | मिरिक |
18. | लतगुरी |
19. | रोहिणी |
20. | लावा |
21. | हैप्पी वैली दार्जीलिंग |
22. | सिंगलीला राष्ट्रिय उद्यान |
23. | चौरास्ता |
24. | जापानी मंदिर एवं पीस पैगोडा |
25. | जोरपोखरी लेक |
26. | डाली मठ |
27. | ऑरेंज वैली चाय बागान |
28. | सिमाना व्यू पॉइंट |
29. | तीस्ता रिवर राफ्टिंग |
30. | हिमालयन रेलवे |
31. | सेन्यल झील |
यह है दार्जीलिंग में घूमने की जगह की लिस्ट इसमें दार्जीलिंग की लगभग सभी घूमने की जगह शामिल है जिनमे से कुछ फेमस जगह है नाइटेंगल पार्क, घूम मोनेस्ट्री, दार्जीलिंग टॉय ट्रैन, दार्जीलिंग रोपवे, टाइगर हिल, बतासिया लूप, जापानी मंदिर, डाली मठ, जोरपोखरी लेक यह कुछ जगह है जो पर्यटकों का विशेष आकर्षण का केंद्र है तो चाहिए इनके बारे में विस्तार से जानते है की दार्जीलिंग में इन जगहों पर क्या क्या देखने को मिलेगा ओर यदि आपको हमारा ब्लॉग इन्फोर्मटिवे लगे तो कमेंट करके जरूर बताये।
1. नाइटेंगल पार्क दार्जीलिंग ( Darjeeling Nightangle Park )
यदि आप दार्जीलिंग गए है तो इस कह जरूर जाए क्युकी यहाँ से कंचनजंगा की खूबसूरत पहाड़ियां नजर आती है। यह जगह दार्जीलिंग हिमालयन रेलवे से 2.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। अगर आप परिवार के साथ दार्जीलिंग घूमने जा रहे है तो इस जगह जरूर जाए। ब्रिटिश काल में यह जगह नाइटेंगल पार्क के रूप में नहीं जानी जाती थी बल्कि ये सर थॉमस का एक बंगलो हुआ करता था, जो आज आम जनता के लिए खोल दिया गया है। इस पार्क में जाने के लिए 25 रूपए की टिकट लेनी पड़ती है।
गर्मियों में ये पार्क सुबह 9 बजे से शाम के 5 बजे तक खुला रहता है और सर्दियों में ये सुबह 9 बजे से शाम के 4 बजे तक ही खुला रहता है। यहाँ बच्चों के लिए खेलने को काफी खुली जगह है। इस पार्क में खाने पीने के लिए एक रेस्टोरेंट भी है।
2.तेनज़िंग रॉक दार्जीलिंग ( Tenzing Rock Darjeeling)
किसी ने सही कहा है अगर आप हवा में उड़ना चाहते है तो रॉक क्लाइम्बिंग ही उसका सबसे अच्छा तरीका है तो जो लोग हवा में उड़ना चाहते है वो तेनज़िंग रॉक जरूर जाए। ये एक ऐसी जगह है जो पर्वतारोही बनना चाहते है तो उन्हें पहाड़ चढ़ना सिखाया जाता है। यहाँ ऊपर जाकर आप बहुत खूबसूरत नजरो का आनंद ले सकते है। यह जगह मैं सिटी से लगभग 20 मिनट की दूरी पर स्थित है।
इस जगह का नाम तेनज़िंग इसलिए रखा गया क्युकी 1953 में तेनज़िंग नोर्क ने एडमैन हिलेरी के साथ पहली बार एवेरेस्ट पर चढ़कर इतिहास रचा था। इसके सामने एक गोबू रॉक है जिसका नाम तेनजिंग के भतीजे नवांग गोबू के नाम पर रखा गया है जो 1963 और 1965 में दो बार एवेरेस्ट चढ़ने वाले पहले व्यक्ति थे। इन रॉक्स को हिमालयन मौंटैनियरिंग इंस्टिट्यूट ऑफ़ क्लाइम्बिंग के द्वारा इस्तेमाल करके स्टूडेंट्स को ट्रेनिंग दी जाती है। तो अगर आपको भी क्लाइम्बिंग का शोक हो तो इस जगह जरूर जाए।
3.बतासिया लूप (Batasia Loop)
वैसे तो यहाँ आपको कई सारी सुन्दर सुन्दर जगह देखने को मिलेगी पर यह जगह बाकी जगह से कुछ अलग है क्युकी यहाँ आपको बहुत सारी ट्रेंस दिखाई देगी जो की काफी ज्यादा खूबसूरत है। साथ ही यहाँ सैनिको को श्रध्नाजलि देने के लिए सैनिको की मुर्तिया बनायीं गयी है जो की पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर खींचती है। यहाँ जाने के लिए 30 रूपए प्रति व्यक्ति के हिसाब से टिकट का भुगतान करना होता है।
यहाँ से कंचनजंगा की खूबसूरत पहाड़ियां दिखाई देती है। यहाँ स्वतंत्रता की लड़ाई में अपनी जान न्योछावर करने वाले 76 सैनिको को श्रद्धांजलि देने के लिए सं 1976 में युद्ध स्मारक बनायीं गयी। इस जगह का उद्घाटन 22 मार्च 1995 को किया गया और पर्यटकों को आमंत्रित किया गया।
4.विक्टोरिया वॉटरफॉल ( Victoria Waterfalls)
यह दार्जीलिंग शहर से 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जो शहर से सबसे नजदीक है। यह झरना ब्रिटिश क्वीन के नाम पर इसलिए जाना जाता है क्युकी इसके आगे बना ब्रिज जो की 110 फ़ीट तक लम्बा है, यह 1912 में ब्रिटिश सरकार द्वारा बनाया गया था। पहले यह वॉटरफॉल काफी ज्यादा फेमस था पर अब इस पर लोग ज्यादा जाना पसंद नहीं करते। इसका कारण यहाँ झरने से बहने वाले पानी में कमी और गन्दगी हो सकती है।
5. टाइगर हिल ( Tiger Hill)
यह दार्जीलिंग का सबसे सुन्दर साइट सीइंग पॉइंट है क्युकी यहाँ से जो नजारा देखने को मिलता है उसे शब्दों में भी बयां नहीं किया जा सकता। अगर आपको टाइगर हिल की असली सुंदरता देखनी है तो सूर्य उगने से पहले ही इस जगह पर पहुंच जाइये क्युकी जब सूर्य की पहली किरण कंचनजंगा की पहाड़ी पर गिरती है तो यह व्यू बिलकुल देखने लायक होता है। टाइगर हिल से पूरा दार्जीलिंग साफ़ नजर आता है साथ ही यहाँ का रेलवे स्टेशन हिमालयन रेलवे का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन माना जाता है। यह 2500 मीटर की ऊंचाई पर है जो दुनिया की ऊंची जगहों में शामिल है।
6. सेंचल लेक ( Senchal Lake)
यहाँ दो झील बनी है एक नोर्थ सेंचल लेक और साउथ सेंचल लेक। नोर्थ सेंचल लेक 1910 में बनायीं गया था और साउथ सेंचल लेक 1932 में बनायीं गया था। यह लेक सेंचल वाइल्डलाइफ सेंचुरी में स्थित है। इसी लेक से पुरे दार्जीलिंग में पानी का सप्लाई किया जाता है। इसका पानी बिलकुल साफ़ है क्युकी इस लेक को चारो तरफ से दीवारों की मदद से बंद कर रखा है।
7. घूम मोनेस्ट्री/ समथिंग चोलिंग मोनेस्ट्री ( Groom Monastery, Darjeeling)
यह मोनेस्ट्री दार्जीलिंग की सबसे पुराणी मोनेस्ट्री में शामिल है इसको सन 1850 में स्थापित किया गया था। जिसे बाद में मंगोलियन ज्योतिषशास्त्री लामा शेरा जाटसो ने बनवाया था जो की दार्जीलिंग में स्थित सबसे पुरानी मोनेस्ट्री है। यह 8000 फ़ीट की ऊंचाई पर स्थित है जो की दार्जीलिंग से 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। वज्रयान बौद्ध के गेलूपा संप्रदाय से सम्बंधित इस मोनेस्ट्री को येलो हैट के नाम से भी जाना जाता है। पिछले 2 दशकों से ये मोस्ट्री पैसों और संतो की कमी से जूझ रही है। यह मोनास्ट्री अपनी वास्तुकला और बुद्धा की 15 फ़ीट ऊंची मूर्ति के लिए भी प्रसिद्ध है। इस मोनास्ट्री में बुद्धिस्म की पुरानी किताबो और ग्रंथो का संग्रह है जो येल्लो हैट समुदाय के लोगों से सम्बंधित है। यहाँ जाने पर आपको शांति की अनुभूति होगी।
यहाँ शाम और सुबह के समय संतो के द्वारा विशेष मंत्रो का उच्चारण करके पूजा की जाती है जो आत्मा को बहुत सुकून प्रदान करती है। यहाँ पर बहुत से धार्मिक यात्री भी भगवान के दर्शन के उद्देश्य से भी दार्जीलिंग घूमने आते है। भगवान बुद्ध का यहाँ बहुत सुन्दर मंदिर है जो की 150 साल पुराण है। इस मंदिर में रंग बिरंगे झंडे देखने को मिलते है जो की बौद्ध धर्म की मान्यता के अनुसार पवित्र माने जाते है।
8.दार्जीलिंग चिड़ियाघर / पद्माजू नायडू हिमालयन ज़ू लॉजिकल पार्क ( Darjeeling Zoological Park)
यह ज़ू भारत का सबसे ऊंचाई पर स्थित है जिसको पद्मादिनायडु जूलॉजिकल पार्क के नाम से भी जाना जाता है। यहाँ प्रवेश करने की टिकट 110 रूपए है और यही टिकट विदेशी लोगो के लिए 180 रूपए है। यहाँ आपको देखने को काला भालू, हिमालयन गोरल, हिमालयन थार, मारखोर ( पाकिस्तान का नेशनल एनिमल), हिमालयन ब्लू शिप, मिश्मी टाकिन जैसे और भी कई जानवर देखने को मिलेंगे।
इसके आलावा यहाँ आपको और भी एक्टिविटीज करने का मौका मिलेगा। गर्मियों में यह जगह सुबह 8:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक खुला रहता है और सर्दियों में सुबह 8:30 बजे से शाम 4:00 बजे तक खुला रहता है। पश्चिम बंगाल में दार्जीलिंग में बसा ये चिड़ियाँ घर लाखो पर्यटकों का आकर्षण का केंद्र है क्युकी यहाँ भारी मात्रा में पर्यटक आते है। इस जगह पर काई पहाड़ी जानवर भी देखने को मिलते है ओर सबसे ज्यादा यहाँ देखा जाने वाला जानवर लाल पण्डा है। यदि आप परिवार ओर बच्चों के साथ दार्जीलिंग घूमने गए है तो इस जगह जरूर जाए।
9. गुरु सक्या मठ ( Guru Sakya Math)
यह मठ बौद्ध भिक्षुओ के लिए प्रार्थना करने का स्थान है जहाँ पर अलग अलग त्योहारों पर वहां की संस्कृति के अनुरूप विशेष उत्सव का आयोजन किया जाता है। यह जगह दार्जीलिंग से 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह मठ सक्या समुदाय के लोगो द्वारा स्थापित किया गया है। यहाँ पर 8400 किताबो का संग्रह है जिसमे से सिर्फ कुछ किताबो का ही अनुवाद कर पाए है, इन किताबो की खोज 2003 में की गयी थी जो सक्या मठ में एक बड़ी सी दिवार के पीछे छुपी थी।
11. चुन्नू झरना / रॉक गार्डन ( Rock Garden)
चुन्नू वॉटरफॉल रॉक गार्डन में स्थित है, जहाँ के नज़ारे बहुत ही खूबसूरत है। रॉक गार्डन बाकी दूसरे पार्क की तुलना में बहुत अलग गार्डन है, जो अभी हाल ही में पर्यटक आकर्षण में शामिल हुआ है। दार्जीलिंग जाने वाले हर व्यक्ति को यहाँ एक बार जरूर जाना चाहिए। खूबसूरत वादियों से घिरे इस गार्डन में स्थित झरना वहाँ के वातावरण में चार चाँद लगा देता है। यहाँ प्रवेश के लिए टिकट भारतीय के लिए 10 रूपए और विदेशी लोगो के लिए 50 रूपए है। यह गार्डन सुबह 8:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक खुला रहता है। इसकी दूरी दार्जीलिंग से लगभग 10 किलोमीटर है।
12. दार्जीलिंग रोप वे ( Darjeeling Ropeway)
अगर आप दार्जीलिंग का नजारा रोप से देखना चाहते है तो इस जगह जरूर आये यहाँ से बिलकुल अलग नज़ारे आपको देखने को मिलेंगे। इस रोप वे को “रंगीत वैली पैसंजर केबल कार” के नाम से भी जाना जाता है। इसे 1968 में शुरू किया गया जो की भारत की प्रथम केबल कार है। अभी यह केबल कार टुकवार तक की यात्रा प्रदान करती है , वहां जाकर आप आस पास के चाय बागानों में घूम सकते है। इस केबल कार में जाने के लिए आपको 100 रूपए से 200 रूपए तक का टिकट का भुगतान करना होगा।
13. कलिम्पोंग ( Kalimpong, Darjeeling)
यह जगह दार्जीलिंग से 80 किलोमीटर दूर है तो यहाँ पहुंचने के लिए 2 से 2.5 घंटे का समय लग सकता है। यहाँ घूमने के लिए एक दिन काफी है एक दिन में आप यहाँ की सारी जगह घूम सकते है। यहाँ एक कैक्टस गार्डन है जहाँ 10 रूपए की टिकट है और इस गार्डन को घूमने के आलावा यहाँ एक होटल है जहाँ आप चाहो तो स्टे भी कर सकते है। कैक्टस गार्डन घूमने के बाद आप डेलो पार्क जा सकते है जहाँ से पैराग्लाइडिंग कराई जाती है। इस पार्क में एंट्री की टिकट 20 रूपए है। इसके आलावा यहाँ एक साइंस सेंटर जो विज्ञानं में रूचि रखने वालो के लिए एक अच्छी जगह है। साथ ही यहाँ एक हनुमान मंदिर है जिसकी बहुत ही ज्यादा मान्यता है। तो कलिम्पोंग एक दिन बिताने के लिए खूबसूरत जगह है।
14.कुर्सेयोंग (Kurseong, Darjeeling)
यह जगह चाय के बागानों के लिए और यहाँ के खूबसूरत पहाड़ियों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ जाने का सबसे सही समय अक्टूबर से लेकर मई तक तक है क्युकी इस समय मौसम साफ़ रहता है। जून से सितम्बर के महीने में यहाँ पर बरसात का मौसम रहता है उसके कारन भू स्कलन की समस्या बनी रहती है। दार्जीलिंग से कुर्सेयोंग पहुंचने में 1 से 1.5 घंटे का समय लग सकता है क्युकी दार्जीलिंग से इसकी दूरी 31 किलोमीटर है। यहाँ आप डोव हिल पार्क, गिद्दा पहाड़ व्यू पॉइंट, मक्केबारी टी एस्टेट जैसी जगह देख सकते है। साथ ही अगर आप यहाँ जा रहे है तो यहाँ की चाय जरूर टेस्ट करे।
15. महाकाल मंदिर ( Mahakal Mandir, Darjeeling)
यह मंदिर मॉल रोड के पास ही स्थित है। महाकाल मंदिर के रस्ते में आपको नई महाकाल मार्किट भी देखने को मिलेगा। साथ ही यदि मौसम साफ़ हो तो आपको बहुत शानदार नजारा देखने को मिलेगा। ऊपर मंदिर तक जाने के लिए थोड़ा ट्रैक करके जाना पड़ेगा। महाकाल मंदिर पहुंचने पर आपको बहुत शांत और सकारात्मक वातावरण की अनुभूति होगी। इस मंदिर में बुद्धीश लामा लोग पूजा करते है।
मंदिर प्रांगण में एक यज्ञ स्थल है जहाँ शादी की जाती है। यह एक मात्र मंदिर ऐसा है जहाँ बौद्ध धर्म और हिन्दू धर्म की पूजा एक साथ की जाती है।
16.दार्जीलिंग मॉल रोड ( Darjeeling Mall Road)
हर हिल स्टेशन में एक मॉल रोड जरूर होती है जहाँ पर पूरा मार्किट लगता है उसी तरह से दार्जीलिंग में भी मॉल रोड रोड है। मॉल रोड में शाम के समय बहुत भीड़ रहती है, जहाँ पर वूलेन कपडे, स्टाल्स, स्वेटर, जेवेलरी, कपडे, शूज और बैग जैसी बहुत सी चीज़े मिलती है। इसके आलावा मॉल रोड के बीच में एक फाउंटेन लगा है जो बहुत खूबसूरत लगता है। मॉल रोड के बीच में एक प्रोजेक्टर लगा है जिसमे वहां के प्रचलित डांस के वीडियो चलते रहते है।
चाहे आप यहाँ गर्मियों के मौसम में चले जाए तब भी यहाँ ठण्ड का मौसम रहता है। यहाँ बनी दुकाने काफी ज्यादा पुरानी है और साफ़ है। अगर आप दार्जीलिंग के स्पेशल कस्टम पहनकर फोटो शूट करना चाहते है तो आप यहाँ फोटो खिचवा सकते है।
16.संदक्फू दार्जीलिंग ( Sandakphu Darjeeling)
यह जगह ट्रेकिंग के लिए काफी ज्यादा फेमस है। आप चाहे तो यहाँ 1 दिन के लिए आ सकते है और अगर आपको ट्रेकिंग का ज्यादा शोक है तो 4 दिन के लिए भी आप यहाँ रुक सकते है। इस ट्रेकिंग में आपको दार्जीलिंग से धोतरा तक पहुंचाया जाता है और फिर धोतरह से तोग्लू तक 6 किलोमीटर तक का ट्रेक कराया जाता है जहाँ से कंचनजंगा की पहाड़ियां बहुत ही खूबसूरत नजर आती है। फिर यहाँ से तुम्ब्लिंग पहुंचाया जाता है जहाँ रात को रुकने की व्यवस्था होती है, तुम्ब्लिंग के टॉप से सुबह सनराइज का व्यू दिखाया जाता है जो की बहुत ही ज्यादा खूबसूरत है ऐसा की आपने कभी नहीं देखा हो। फिर 8 से 9 किलोमीटर ट्रेकिंग करने के बाद चित्रेय पहुंचाया जाता है जो की फाइनल डेस्टिनेशन होता है। ऐसे ही संदक्फू में ट्रेकिंग करने की काफी सारी जगह है जहाँ से खूबसूरत नज़ारे देखने को मिलते है।
17. मिरिक ( Mirik Darjeeling)
मिरिक दार्जीलिंग में स्थित एक खूबसूरत शहर है। यह जगह चाय के बागानों और हिमालय पर्वतमाला से घिरा हुआ है। यहाँ सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र सुमेंदु झील है जिसके बीच में एक बगीचा और तैरता हुआ फव्वारा है, यह झील मानव निर्मित झील है। झील में नाव भी चलायी जाती है जो की प्रकर्ति प्रेमियों के लिए एक अछि जगह है। मिरिक 4890 फ़ीट की ऊंचाई पर स्थित है। यहाँ बहुत से संतरे और इलायची के बागान भी है जिसे देखने लोग दूर दूर से आते है। मिरिक लेक के आलावा यहाँ बुद्धिस्ट मंदिर, तमांग मोनेस्ट्री, डॉन बास्को चर्च, गोलपहार व्यू पॉइंट जैसी जगहों पर घुमा जा सकता है।
18. लतागुरी ( Lataguri Darjeeling)
अगर आप दार्जीलिंग को पूरी तरह से एक्स्प्लोर करना चाहते है तो आप लतागुरी जा सकते है यह दार्जीलिंग से लगभग 105 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जहाँ पहुंचने में लगभग 3 से 4 घंटे का समय लगता है। लतागुरी में घूमने के लिए काफी सारी जगह है जैसे जयंती महाकाल गुफाये, मूर्ति नदी, गोरुमारा राष्ट्रिय उद्यान, बुक्सा पॉइंट, रोवर्स पॉइंट जैसी बहुत सी जगह है जिन्हे घुमा जा सकता है। जो जंगलो के बीच रोमांच से भरे अनुभव लेना चाहता हो उसके लिए इससे अछि जगह हो ही नहीं सकती।
19. रोहिणी ( Rohini Darjeeling)
रोहिणी दार्जीलिंग से 68 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बहुत ही खूबसूरत जगह है जो कपल्स के घूमने के लिए सबसे अच्छी जगह है। इस जगह को पहाड़ो का गांव भी कहा जाता है। यहाँ पर एक शिव मंदिर है जो की पर्यटकों का पसंदीदा आकर्षण का केंद्र है। रोहिणी में एक प्राकर्तिक झरना है जिसे देखने के लिए लोग दूर दूर से आते है आमतौर पर यह झरना बरसात के मौसम में ही होता है।
20. लावा ( Lava Darjeeling)
यह जगह हिमालयन माउंटेन से घिरी है जो की शांति और प्रकर्ति की सुंदरता का एहसास कराती है। यह जगह दार्जीलिंग से लगभग 80 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह 7000 की ऊंचाई पर स्थित है जो की बर्ड वॉचर के लिए बहुत अच्छी जगह है। लावा में नोरा वैली राष्ट्रिय उद्यान है जो की पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है। यहाँ लावा मोनेस्ट्री है जहाँ बुद्धिस्म की खूबसूरत वास्तुकला का प्रदर्शन बहुत बखूबी से किया गया है।
21. हैप्पी वेल्ली दार्जीलिंग ( Happy Valley Darjeeling )
हप्पू वैली टी एस्टेट की स्थापना 1854 में हुई थी जिस कारण ये दार्जीलिंग की दूसरी सबसे पुराणी चाय की फैक्ट्री है। यहाँ दुनिया की सबसे ज्यादा चाय का उत्पादन किया जाता है। आप यहाँ जाकर चाय के बागान को देख सकते है और साथ ही चाय कैसे बनायीं जाती है उसकी पूरी विधि जान सकते है। यह चाय का बागान मिलो दूर तक फैला है। यहाँ जो चाय की झाड़ियां है बताई जाती है की 80 से 150 साल तक पुराने है। यहाँ से चाय लंदन जापान और भी कई जगह बेचीं जाती है। हैप्पी वेल्ली में आप चाय की अलग अलग किस्मो को स्वाद करके चाय का आनंद भी ले सकते है।
22. सिंगलीला राष्ट्रिय उद्यान ( Singalila National Park)
यह जगह समुद्र तल से 7000 फ़ीट की ऊंचाई पर स्थित अनोखे जानवरो का घर है। यह जगह ” बर्ड वॉचर ” के लिए बेहतरीन जगह है क्युकी यहाँ बहुत ही अनोखे पक्षी देखे जा सकते है। दार्जीलिंग से सिंगलीला राष्ट्रिय उद्यान की दूरी लगभग 37 किलोमीटर है जहाँ पहुंचने में 1.5 से 2 घंटे का समय लग सकता है। यह जगह तुम्ब्लिंग में स्थित है। यहाँ की सुंदरता इंसान की सोच के परे है। पहले ये एक वन्यजीव अभ्यारण था जिसे 1992 में बदल कर राष्ट्रिय उद्यान में बदल दिया गया। जिन लोगो को ट्रेकिंग करना पसंद है उन्हें यहाँ जरूर जाना चाहिए। अप्रैल से जून का महीना यहाँ ट्रेकिंग के लिए बहुत अच्छा समय है।
23.चौरास्ता ( Chowrasta)
यह जगह दार्जीलिंग के मॉल रोड पर स्थित है जहाँ पर बहुत चहल पहल देखने को मिलती है। अगर आपको दार्जीलिंग की स्पेशल चाय का मजा लेना है तो इस जगह जरूर जाए क्युकी यहाँ दार्जीलिंग चाय की बहुत सी दुकाने है। यह समुद्रतल से 7000 फ़ीट की उचाई पर स्थित एक चौक है जहाँ पर अलग अलग गतिविधिया की जाती है जहाँ हिमालयन पहाड़ो की पर्वत श्रंखला के मनलुभावन दृश्य देखने को मिलते है। यहाँ बहुत सी दुकाने और कैफ़े है जहाँ सिर्फ पैदल यात्री ही जा सकते है। यहाँ बहुत सी पुराणी दुकाने है जहाँ पर स्थानीय संस्कृति के नृत्य और संगीत की लाइव अनुभूति मिलती है।
24.जापानी मंदिर एवं पीस पैगोडा ( Japani Mandir & Peace Pagoda)
दार्जीलिंग एक पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण यहाँ बौद्ध धर्म को मानने वाले लोग बहुत ज्यादा मात्रा में देखने को मिलते है, यही कारण है की यहाँ भगवान बुद्ध की चार रूप वाली मूर्ति का दर्शन यात्री कर पाते है। इस जगह का निर्माण जापानी लोगो ने किया था इसीलिए इसे जापानी मंदिर भी कहा जाता है। इस जगह के बारे में कहा जाता है की इस जगह यदि आप ध्यान करते है तो आपको मन की शांति प्राप्त होगी।
यह मंदिर जल पहाड़ नामक पहाड़ी पर स्थित है जो की भगवन बुद्ध के उपदेशो को बढ़ावा देने के लिए स्थापित किया गया था। इस मंदिर का निर्माण जापानी वास्तुशैली के रूप में 2 मंजिला ईमारत के रूप में किया गया है जो आखों को सुकून प्रदान करता है। इस मंदिर को निचिदात्सु फौजी द्वारा 1917 में स्थापित किया गया। मंदिर से कंचनजंगा पहाड़ियों के दृश्य बहुत ही खूबसूरत लगता है।
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मंदिर के बगल में ही पीस पैगोडा है जो की बौद्ध स्तूप है जिसे बनाने में लगभग 3 साल का समय लगा था। इसमें बहुत सी बौद्ध भगवन की मूर्तियां रखी है। इसमें बुद्धा के 4 अवतारों को दर्शाया गया है जो की एकता को प्रदर्शित करते है। इस पगोडे के चारो ओर दीवारों पर बुद्ध की जीवन कथाओ का चित्रण किया गया जिसे घूम कर पढ़ा जा सकता है। इसका निर्माण विश्व की शांति के लिए किया गया था।
25.जोरपोखरी लेक ( Jorpokhari Lake)
अगर आप दार्जीलिंग में है ओर ऐसी जगह की तलाश में है जहाँ बैठकर आप खूबसूरत पहाड़ियों के आनंद लेना चाहते है तो जोरपोखरी से अच्छी कोई ओर जगह नहीं है। यह जगह दार्जीलिंग से 19 किलोमीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इसकी ऊंचाई समुद्र तल से 7400 फ़ीट है। यह लेक देवदार के वृक्षों से घिरा है जो की आखो को शांति प्रदान करता है। यहाँ जाकर आपको किसी जन्नत से काम नहीं लग रहा होगा। साथ ही यहाँ कोई एंट्री फीस नहीं है। 2 किलोमीटर में फैले इस लेक के आनंद आप बखूबी ले सकते है। यहाँ जाने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से नवम्बर के बीच का है। यह लेक सेंचल वन्यजीव अभ्यारण की श्रेणी में आता है। इस झील के बीच में एक फाउंटेन है जिसे शेषनाग के रूप में बनाया गया है जो की बहुत खूबसूरत लगता है।
26. डाली मठ ( Dali Monastery)
यह मोनेस्ट्री दार्जीलिंग में 1926 में स्थापित की गयी थी जो की यहाँ की सबसे पुरानी मोनेस्ट्री है। इसमें एक बड़ा प्रार्थना कक्ष है। यह कुछ ख़ास कारणों से प्रसिद्ध है, यहाँ की पहाड़ियों की सुंदरता, तिब्बतियन बुद्दिस्म का केन्द्रीकरण, आगंतुकों को आध्यात्मिक परिवेश ओर यहाँ स्थापित अनोखी बुद्ध प्रतिमाये आगंतुकों ओर पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करती है। साथ ही युवा मॉन्क्स के लिए यह एक अध्यनरत जगह है। यहाँ बहुत बड़ी बुद्धा की प्रतिमा है जो की पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है। यहाँ सुबह और शाम के समय प्रार्थना होती है जो की बहुत सुकून पहुँचती है अगर आपको मौका मिले तो यहाँ प्रार्थना में जरूर शामिल हो एक अलग अनुभव मिलेगा जो आत्मा को शांति प्रदान करेगा।
27.ऑरेंज वेल्ली/ चाय बागान ( Orange Valley Tea Estate)
ऑरेंज वेल्ली टिया गार्डन दार्जीलिंग के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में शामिल है। यहाँ पर सबसे उच्च गुणवत्ता और अलग अलग फ्लेवर की चाय उपलब्ध है साथ ही यहाँ से दुनियाभर में चाय निर्यात की जाती है। ऑरेंज वेल्ली लगभग 347 हेक्टेयर में फैली है। ऑरेंज वेल्ली टिया गार्डन का नाम पहले ब्लूम फील्ड टिया गार्डन था। यहाँ पर्यटकों को आने की अनुमति प्राकर्तिक सुंदरता और चाय के बागानों के साथ साथ चाय के स्वाद हेतु दी जाती है। दार्जीलिंग के प्रसिद्ध स्थलों से एक जगह है जहाँ से खूबसूरत नज़ारे देखने को मिलते है।
28.सिमाना व्यू पॉइंट ( Simana View Point)
सिमाना व्यू पॉइंट दार्जीलिंग का वो हिस्सा है जो खास तौर पर ट्रैवेलर्स के लिए एक खास व्यू पॉइंट है। यहाँ से आप एक कदम में नेपाल की धरती में कदम रख सकते है। जहाँ जब आप जायेंगे तो रस्ते में कुछ दुकाने आपको मिलेगी। जब यहाँ सूरज की रौशनी गिरती है तो एक तरफ नेपाल और एक तरफ भारत के खूबसूरत नज़ारे देखने को मिलते है। इस जगह का नाम सिमाना व्यू पॉइंट इसलिए रखा गया क्युकी ये भारत और नेपाल की सीमा रेखा दर्शाता है इस वजह से इस जगह का नाम यह रखा गया।
29. तीस्ता रिवर राफ्टिंग (Teesta River Rafting)
तीस्ता रिवर राफ्टिंग करने के लिए सबसे पहले आपको दार्जीलिंग से तीस्ता बाजार पहुंचना होगा जिसकी दार्जीलिंग से दूरी लगभग 34 किलोमीटर है जहाँ पहुंचने में 1 से 1.5 घंटे का समय लग सकता है। वहां से आपको जीप में बैठकर ऊपर पहाड़ी पर लेकर जाया जाता है फिर ऊपर से रिवर राफ्टिंग शुरू की जाती है। राफ्टिंग दो डिस्टेंस के लिए कराई जाती है एक 5 किलोमीटर और दूसरी 7 किलोमीटर । 5 किलोमीटर के लिए प्रति व्यक्ति 800 रूपए तक खर्चा आता है और 7 किलोमीटर के लिए 1200 रूपए तक चार्ज किये जाते है। अगर आपको भी राफ्टिंग पसंद हो तो आप यहाँ जाकर अपना शौक पूरा कर सकते है।
30. दार्जीलिंग हिमालयन रेलवे ( Darjeeling Himalyan Railways)
दार्जीलिंग के इस जगह पर आपको सबसे पॉपुलर चीज़ यानी की टॉय ट्रैन का आनंद लेने का मौका मिलता है। यह टॉय ट्रैन न्यू जलपाई कुड़ी से निकलती है ओर यह चाय के बागानों ओर कंचनजंगा की पहाड़ियों के बीच से होती हुई, घूमते घूमते दार्शनिक पहुँचती है। आपको जानकर हैरानी होगी की टॉय ट्रैन काफी ज्यादा पुरानी है। यहाँ 3 तरह की ट्रैन चलती पहली रेगुलर ट्रैन, दूसरी टॉय ट्रैन / जॉय राइड और तीसरी है दार्जीलिंग सफारी ट्रैन।
दार्जीलिंग की रेगुलर ट्रैन जैलपाईकुडी से दार्जीलिंग के बीच चलती है, दूसरी है टॉय ट्रैन जिसमे दो विकल्प मिलते है स्टीम इंजन और डीजल इंजन का , आमतौर पर लोग स्टीम इंजन में सफर करना ज्यादा पसंद करते है क्युकी यह टॉय ट्रैन के जन्म की याद दिलाती है मतलब पुराने समय की और अंत में है तीसरी ट्रैन जो है दार्जीलिंग सफारी ट्रैन जो की सिल्लीगुड़ी से चलती है और यात्रियों को वापस सिल्लीगुड़ी ही लाकर छोड़ती है जिसमे जंगल सफारी , महानंदन सेंचुरी और रेलवे म्यूसियम सुखना सभी चीज़ो का अनुभव प्रदान करती है। तो यदि आप दार्जीलिंग जा रहे है तो वहां की ट्रैन का आनंद जरूर ले और याद रहे जिसकी बुकिंग पहले ही करा ले क्युकी यहाँ बहुत भीड़ लगती है तो हो सकता है की वहां जाने पर टिकट मिले या ना मिले इसलिए पहले ही टिकट करा ले।
तो यह थे दार्जीलिंग की कुछ घूमने की जगह जहाँ आप दार्जीलिंग घूमने जाए तो अपने परिवार के साथ जरूर घूमने जाए। अगर आपको हमारा ब्लॉग अच्छा लगा हो तो कमेंट सेक्शन में जरूर बताये और ऐसे ही इंट्रेस्टिंग जगहों के बारे में जानने के लिए जुड़े रहिये ” कही अनकही बातो ” से ।
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FAQ’s-
Q.1- दार्जीलिंग में कपल्स के लिए घूमने की कौन कोनसी जगह है?
उत्तर- दार्जीलिंग में सबसे पहले दिन आप टाइगर हिल व्यू पॉइंट जाए वहां अच्छे से समय बिताने के बाद घूम मोनेस्ट्री जा सकते है जो की दार्जीलिंग की सबसे बड़ी मोनेस्ट्री है , इसके बाद आप टॉय ट्रैन का टिकट बुक करा सकते है जो की अलग अलग हेरिटेज साईट आपको दिखायेगा।
दूसरे दिन आप दार्जीलिंग के अलग अलग चाय के बागानों जैसे ऑरेंज वेल्ली और हैप्पी वेल्ली जगह घूम सकते है जहाँ से खूबसूरत दृश्य देखने को मिलते है वहां से आने के बाद दार्जीलिंग रोप वे का आनंद ले सकते है जिसकी टिकट आपको पहले से ही करनी पड़ेगी क्युकी रोज यहाँ के 200 से 250 टिकट ही बेचीं जाती है। तीसरे दिन आप आप यहाँ की लेक का आनंद ले सकते है जोरपोखरी लेक, सेंचल लेक इसके आलावा आप बताशिया लूप, जापानी मंदिर, पीस पैगोडा , चौरास्ता और मॉल रोड जैसी जगहों पर जा सकते है।
Q.2- दार्जीलिंग जाने का सबसे सही समय क्या है?
उत्तर – दार्जीलिंग जाने का सबसे सही समय अप्रैल से जून है क्युकी इस समय यहाँ का मौसम बहुत सुहावना होता है इस समय ना तो ज्यादा गर्मी रहती और ना ही ज्यादा सर्दी रहती है। इस मौसम में यदि आप दार्जीलिंग जाते है तो नार्मल स्वेटर ले सकते है।
अगर आपको बरसात का मौसम पसंद है और आप बरसात एन्जॉय करना चाहते है तो जुलाई से अगस्त के बीच वहां बरसात का मौसम रहता पर इसमें आपकी ट्रिप ख़राब भी हो सकती है ज्यादा बरसात होने पर वहां भू इसकलन की समस्या हो जाती है। अगर आप प्रकर्ति प्रेमी है तो आप सितम्बर के महीने में आपको दार्जीलिंग जाना चाहिए क्युकी इस समय यहाँ चाय के बागान बहुत ही खूबसूरत दीखते है और हर तरफ हरियाली रहती है। अगर आप सर्दियों के महीने में दार्जीलिंग जाना चाहते है अक्टूबर से दिसंबर महीना जाने के लिए सर्वोत्तम हॉग क्युकी इस बीच यहाँ काफी ज्यादा ठण्ड पड़ती है।
इस बीच आपको यहाँ स्नो फॉल भी देखने को मिल सकता है। अगर आप जनवरी से फरवरी के महीने में दार्जीलिंग जाना चाहते है तो जा सकते है क्युकी जनवरी और फरवरी में यहाँ बर्फ़बारी होती है और मार्च में अक्टूबर जैसा मौसम रहता है। अगर आप बच्चों के साथ जा रहे है तो थोड़ा ठण्ड का इंतजाम करके जाए।
Q.3- दार्जीलिंग जाने में कितना खर्चा हो सकता है ?
उत्तर- अगर आप सोलो ट्रैवलर है तो आपके पास 7 से 8 हज़ार रूपए होने चाहिए दार्जीलिंग घूमने के लिए। दार्जीलिंग के नई जलपाईकुडी तक की ट्रैन के 700 से 800 रूपए, रेलवे स्टेशन से लोकल बस 90 रूपए में आपको दार्जीलिंग मॉल रोड छोड़ देगी।
मॉल रोड पर आप कोई सस्ता होटल या हॉस्टल देख सकते है जिसकी रेट 500 से 700 रूपए हो जो की ऑफ सीजन में आसानी से मिल जायेगा। खाना यहाँ बहुत सस्ता है जो की 200 से 250 रूपए में आपको मिल जायेगा, दार्जीलिंग 2 दिन में घुमा जा सकता है और है यदि आप यहाँ आये है तो टॉय ट्रैन में जरूर बैठे। इस तरह आप कम से कम बजट में दार्जीलिंग दर्शन कर सकते है।
Q.4- दार्जीलिंग में खाने के लिए क्या क्या है?
उत्तर– दार्जीलिंग जैसे की नाम से ही हिल स्टेशन है और हिल स्टेशन में सबसे ज्यादा मैग्गी और मोमोस फेमस होते है इसी तरह से दार्जीलिंग में भी मोमोस और मैग्गी की बहुत सी दुकाने है जो की कम रेट में और अच्छी चीज़ बनाते है। इसके आलावा यहाँ एक कुंगा रेस्टुरेंट है जो की बहुत ज्यादा प्रसिद्ध है यहाँ खाना खाने के लिए घंटो इंतज़ार करना पड़ता है।
Q.5- टॉप 10 प्लेसेस तो विजिट इन दार्जीलिंग लिस्ट ?
उत्तर– दार्जीलिंग में घूमने के लिए टॉप 10 प्लेसेस के नाम है बताशिया लूप, घूम मोनेस्ट्री, रॉक गार्डन, दार्जीलिंग ज़ू, महाकाल मंदिर, मिरिक, डाली मोनेस्ट्री, दार्जीलिंग टॉय ट्रैन, जापानी मंदिर और पीस पैगोडा है। जिनके बारे में ऊपर विस्तार से लिखा है।
Q.6 – क्या दार्जीलिंग भारत का सबसे खूबसूरत हिल स्टेशन है?
उत्तर– हा दार्जीलिंग भारत का सबसे खूबसूरत हिल स्टेशन माना जाता है जिसे देखने दूर दूर से लोग आते है।
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