श्री राधा रानी मंदिर, बरसाना के बारे में रोचक तथ्य एवं समस्त जानकारी:- बरसाना उत्तर प्रदेश में मथुरा वृन्दावन के समीप में ही स्थित है। बरसाना राधा रानी जी की जन्मस्थली है, वही राधा रानी जी के माता पिता का घर है और वहां राधा जी की माता जी का कीर्ति मंदिर के कारण बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध है।
बरसाना बस स्टैंड से करीब 1 किलोमीटर की दूरी पर ही राधा रानी जी का मंदिर काफी ऊंचाई पर बना है। मंदिर जाने के लिए सिडड्डिया चढ़नी पड़ती है जिनकी संख्या करीब 250 है। बरसाना माँ मंदिर लाड़ली जी के मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है। मंदिर में राधा रानी जी का स्वरुप बहुत की खूबसूरत है। कहा जाता है राधा रानी जी के मंदिर में जो भी मनोकामना मानी जाये पूरी हो जाती है। इसके अलावा मंदिर के प्रांगण से बहुत ही सुन्दर नज़ारे देखने को मिलते है।
श्री राधा रानी मंदिर, बरसाना कैसे पहुंचे ?
बरसाना पहुंचने के दो तरीके है पहला ट्रैन के जरिये और दूसरा फ्लाइट के जरिये। ट्रैन से पहुंचने के लिए कोसी कलन रेलवे स्टेशन या फिर मथुरा जंक्शन का प्रयोग आप कर सकते है। मथुरा जंक्शन से बस पकड़ के आप बरसाना पहुंच सकते है। मथुरा से बरसाना की दूरी करीब 42 किलोमीटर है जहाँ पहुंचने में करीब 1 से 1.5 घंटे तक का समय लगता है और यदि आप वृन्दावन से से बरसाना आना चाहते है तो आप उत्तर प्रदेश के सड़क परिवहन की सरकारी बस के जरिये बरसाना पहुंच सकते है जिसका प्रति व्यक्ति किराया 70 रूपए है।
ट्रैन या बस के अलावा यदि आप फ्लाइट के जरिये बनारस आना चाहते है तो आपको नजदीक में एयरपोर्ट आगरा का मिलेगा। आगरा एयरपोर्ट से बरसाना की दूरी लगभग 100 किलोमीटर है जहाँ पहुंचने में करीब 2 से 2.5 घंटे तक का समय लगता है। आगरा एयरपोर्ट के आलावा आप दिल्ली एयरपोर्ट तक का सफर भी कर सकते है क्युकी दिल्ली एयरपोर्ट से बरसाना की दूरी 132 किलोमीटर है वहां से पहुंचने में भी 2.5 से 3 घंटे तक का समय लग सकता है।
बरसाना में प्रसिद्ध मंदिर
1.राधा रानी मंदिर ( लाड़ली जी का मंदिर)
राधा रानी मन्दिर- ये मंदिर ब्रज मंडल में बसा है और इस मंदिर को लाड़ली लाल मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यहाँ भक्तो की अद्भुत भक्ति देखने को मिलती है क्युकी उन्होंने राधा रानी की असीम कृपा का दर्शन किया है। भगवान श्री कृष्णा और राधा रानी की लीलाये सभी के मन को शनि पहुँचती है। इनका दर्शन करने लोग दूर दूर से आते है।
लोगो का ऐसा मानना है की यदि आपने राधा रानी जी को मन लिया तो श्री कृष्णा अपने आप ही मान जाते है। बरसाना का ये मंदिर 400 साल पुराना है। 250 सिद्दिया चढ़ने के बाद आप राधा रानी के मंदिर के दर्शन कर सकते है। लाड़ली जी के मंदिर का शिखर सोने का बना है। इस मंदिर से बहुत से राज जुड़े हुए है चलिए कुछ राज से आज हम भी पर्दा उठा लेते है।
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राधा रानी मंदिर बरसाना के अद्भुत रोचक तथ्य
- बरसाना का राधा रानी मन्दिर बहुत से रहस्य से घिरा है जिसमे सबसे अद्भुत रहस्य ये है की राधा रानी जी का ये मंदिर तक़रीबन 5000 साल पुराना है जिसे स्वयं श्री कृष्ण जी के पड़पौत्र वज्रनाथ द्वारा स्थापित किया गया था।
- इस मंदिर के निर्माण में लाल और सफ़ेद पत्थरो का स्तेमाल किया गया है जो की श्री कृष्णा और राधा जी के प्रेम का प्रतिक बताये जाते है।
- कहते है की श्री कृष्णा ने राधा रानी को वृन्दावन की स्वामिनी होने का वरदान दिया था और उसी वरदान के चलते वृन्दावन और बनारस में सभी राधे राधे का जाप करते है।
- वृन्दावन और मथुरा आये सभी भक्तो में से कुछ ही भक्त ऐसे है जो बरसाना में राधा रानी जी के मंदिर पहुंच पाते है क्युकी कहते है राधा रानी की मर्जी के बिना यहाँ कोई प्रवेश नहीं कर सकता।
- कहते है की राधा रानी मंदिर में दर्शन करने से भक्तो को राधा रानी और कृष्णा जी के प्रेम का एहसास होता है और भक्त यहाँ आकर उनकी भक्ति में ऐसे डूब जाते है की उनकी बड़ी से बड़ी चिंता भी दूर हो जाती है।
- साल 1675 में राजा वीर सिंह द्वारा इस मंदिर का पुनर्निर्माण करवाया गया।
- राधा रानी का जन्म श्री कृष्णा जी के जन्म के 15 दिन बाद भद्र पद मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी को हुआ था। इस लिए इस दिन हर साल राधा रानी की पूजा की जाती है।
- यह मंदिर जिस पहाड़ी पर स्थित है उस पहाड़ी को बरसाना का माथा कहा जाता है।
- बरसाना की होली प्रसिद्ध है जो की लठमार होली और लड्डू मार होली खेली जाती है।
- इस मंदिर में दर्शन करने से भक्तो को परम शांति का एहसास होता है और यहाँ तक की रोंगटे तक खड़े हो जाते है।
2.कीर्ति मन्दिर
राधा रानी जी के मन्दिर से कीर्ति मन्दिर की दूरी मात्र 2 से 2.5 किलोमीटर ही है जहाँ इ रिक्शा के जरिये आसानी से पंहुचा जा सकता है। ये कीर्ति मन्दिर श्री जगत कृपालु महाराज की संस्थान के द्वारा बनवाया गया है । मन्दिर में प्रवेश से पहले ही चप्पल जुटे बहार ही रखवा दिए जाते है। जैसे ही आप मन्दिर में जायेंगे तो देखेंगे की मन्दिर बहुत ही खूबसूरत है। मन्दिर में आपको राधा रानी जी, कृष्णा जी और माता श्री कीर्ति जी का मन्दिर देखने को मिलेगा।
3.राधा रानी जी की जन्म भूमि
राधा रानी जी के मन्दिर के थोड़ी सी दूरी पर आपको श्री राधा रानी जी की जन्म भूमि देखने को मिलेगी। यहाँ आपको राधा रानी जी के माता पिता और राधा रानी जी का स्वरुप देखने को मिलेगा। इस जगह को बृषभान मंदिर भी कहां जाता है। ब्रषभान महाराज की बेटी थी राधा जी जो की चौरासी कोस के राजा थे। मंदिर के अंदर जाने पर आपको बर्षभान जी की मूर्ति देखने को मिलेगी इसके आलावा आपको राधा रानी जी की माता कीर्ति माता और उनके भाई श्री दास जी की प्रतिमा भी देखने को मिलेगी। यह मंदिर 5638 साल पुराना है।
4.नंदगाव
ये जगह बरसाना से लगभग 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। ये जगह श्री कृष्णा जी के बहुत समीप है। यही पर उन्होंने गोकुल से पश्चात निवास किया था। बरसाना से नंदगाव ऑटो के जरिये पंहुचा जा सकता है। नंदगाव में ऐसे तो घूमने के लिए काफी जगह है पर वहां विशेष तौर पर नंदबाबा जी का मन्दिर प्रसिद्ध है। नंदबाबा का मन्दिर भी राधा रानी जी के मन्दिर की तरह थोड़ा सा ऊंचाई पर नंदेश्वर पहाड़ी बना हुआ जहाँ पहुंचने के लिए भी थोड़ी बहुत सिद्दिया चढ़नी पड़ती है।
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FAQ’S
ये कुछ प्रश्न है जो लोगो के द्वारा पूछे गए है।
Q.1- बरसाना घूमने के लिए कितना समय चाहिए ?
उत्तर- यदि आप बरसाना और नंदगाव घूमना चाहते है तो एक दिन का समय ही पर्याप्त है एक दिन में दोनों जगह घुमा जा सकता है।
Q.2- बरसाना में मन्दिर कितने बजे बंद रहते है?
उत्तर- बरसाना, मथुरा और वृन्दावन में सभी मन्दिर दोपहर में 12 से 4 बजे तक बंद ही रहते है। यदि आप यहाँ के सभी मन्दिर घूमना चाहते है तो सुबह के 12 बजे से पहले और शाम 4 बजे के बाद ही पधारे।
Q.3- बरसाना राधा रानी के मंदिर में कुल कितनी सीढ़ियां है ?
उत्तर- राधा रानी के मंदिर में कुल 250 सीढ़ियां है, मंदिर काफी ऊंचाई पर बना है और ऊपर जाने पर बरसाना गांव के खूबसूरत दृश्य देखने को मिलते है।
Q.4- बरसाना का राधा रानी मंदिर कितने बजे खुलता है?
उत्तर- बरसाना का राधा रानी मंदिर सुबह पांच बजे से रात के नौ बजे तक खुलता है लेकिन दिन में 1 से 4 बजे तक बंद रहता है।
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