Best Places To Visit in Jaisalmer in Hindi:-जैसलमेर राजस्थान के नार्थ वेस्ट भाग में स्थित है जो की बहुत अच्छी टूरिस्ट जगह है जो की थार रेगिस्तान और रेत से चरों तरफ से घिरा हुआ है। मैप पर भी हम देखे तो ये रेत के कारन पीले रंग एक ही नजर आता है। जैसलमेर में सभी इमारते पीले रंग की है तो जब सूरज की किरणे इन इमारतों पर पड़ती है तो ये चमकती हुई नजर आती है।
इसीलिए जैसलमेर को गोल्डन सिटी के नाम से भी जाना जाता है। जैसलमेर को देखने बहुत से पर्यटक विदेशो से भी यहाँ घूमने आते है यहाँ ज्यादा भीड़ सर्दियों के समय और न्यू ईयर के समय में देखने को मिलती है। सर्दियों में ज्यादा पर्यटकों के आने का कारण यहाँ पड़ने वाली सर्दी है क्युकी गर्मियों में यहाँ भीषण गर्मी पड़ती है। ये भारत का तीसरा सबसे बड़ा जिला है।
तोह चलिए आपको बताते है की यहाँ घूमने की कौन कोनसी जगह है। यहाँ आपको जगह जगह पर हवेलिया जैसे पटवों की हवेली, मोती महल, सलीम हवेली, नथमल की हवेली जैसी बहुत सी हवेलियां देखने को मिलेगी।
जैसलमेर में घूमने की जगह [Best Places To Visit in Jaisalmer]
निचे दिए जैसलमेर की बहुत शानदार जगह है। वैसे तो जैसलमेर में गर्मी बहुत हे जयदा पड़ती है और इसे घूमना भी मुश्किल हो जाता है। तो जैसलमेर में अगर आप घूमना चाहते हो तो सर्दियों के समय जाए जहा पर कैंपिंग का आनंद ले सकते है। और भी बहुत कुछ जैसे की बोर्न फायर, डांस, सफारी, और भी बहुत कुछ। निचे हमने जैसलमेर की घूमने की जगह के बारे में बताया है।
जैसलमेर का किला
ये किला 1156 में बनवाया गया था। ये दुनिया का एक ही रेगिस्तानी किला है जो की 99 मीनारों से घिरा है जो की काफी दूर से ही दिखाई दे जाती है। ये किला सूर्योदय और सूर्यास्त के समय बहुत खूबसूरत नजर आता है जिस समय इसका रंग सुनहरा हो जाता है इसका आकर्षण का केंद्र है। ये सबसे पुराना और जिवंत किला है। यहाँ आपको मंदिर, होटल, म्यूजियम, होटल, रेस्टुरेंट, बाजार, माल्स, हवेलियां जैसी जगह है जहाँ पर 4 हज़ार से ज्यादा लोग रहते है। इस किले का एक प्रसिद्ध जैन मंदिर है जहाँ काफी श्रद्धालु दर्शन करने आते है। इस किले के कैफ़े, होटल और रेस्टुरेन्ट् से जैसलमेर के खूबसूरत नज़ारे देख सकते है।
गड़ीसर झील
ये झील जैसलमेर की कभी न सूखने वाली झीलों में से एक है जहाँ आप बोटिंग का मजा ले सकते है। जिन लोगो को बर्ड वाचिंग का शौक है उनके लिए ये जगह काफी अच्छी है क्युकी यहाँ आपको बहुत से अलग अलग प्रजातियों के प्रवासी पक्षी देखने को मिलेंगे। इस झील का निर्माण चौदवी शताब्दी में करवाया गया था जिसके आस पास काफी प्राचीन मंदिर देखने को मिलते है।
पटवों की हवेली
ये अपनी वास्तुकला के लिए जनि जाती है, इसकी बनावट इतनी खूबसूरत है की इसे देखने पर्यटक विदेशो से आते है। ये हवेली पांच हवेली के समूह से मिलकर बनी है। यहाँ आपको सुन्दर खिड़कियों, बालकनियों और नक्काशियों के लिए भी प्रसिद्ध है। इसके आलावा यहाँ एक म्यूजियम है जहाँ आपको बहुत पुरानी तस्वीरें, सोने- चाँदी के आभूषण, मिटटी के बर्तन देखने को मिलेंगे। इस हवेली का पीला रंग इसके पीले बलुआ पथरो के कारण है। बताया जाता है की इसे बनने में 50 साल का समय लगा था। इस हवेली की पहली मंजिल में सुन्दर तस्वीरें लगी है जो की सोने की पट्टी से बनायीं गयी थी। तो यदि आप जैसलमेर आये है तो इन हवेलियों को जरूर देखकर जाए।
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बड़ा बाग़
ये जगह राजस्थान के इतिहास से सम्बन्ध रखती है जहाँ पर शाही परिवार के मकबरे बने है। ये पहाड़ी पर स्थित एक गार्डन नुमा जमीं है जिसके तलहटी पर मकबरे है। इसके बगीचे में बहुत से गुम्बद बने हुए है जो की बहुत खूबसूरत नजर आते है। इस बाग़ के पास में पवन चक्कियां लगी है जो की हज़ारों मेगा वाट बिजली बनाने में मदद करती है और पुरे जैसलमेर को रोशन करती है। ये घूमती पवन चक्कियां बच्चो को काफी पसंद आती है। बड़ा बाग़ से जैसलमेर का सबसे अच्छा सनसेट देखा जा सकता है तो आपको सनसेट देखना हो तो यही से देखे।
कुलधरा गांव
यही वो जगह जो एक ही रात में पूरा का पूरा खली हो गया था वो की आज तक वीरान पड़ा है। इसके विरानेपन के कारण इसे भूतिया कहा जाता है। यहाँ लोगो नेगेटिव ऊर्जा का एहसास होते है। यहाँ रात के समय लोगों को पायल के आवाज, किसी के रोने और चिल्लाने की आवाज आती है इसीलिए सरकार ने रात के समय यहाँ जाने पर पाबन्दी लगा राखी और दिन में इस जगह को देखने पर्यटक आते है। यहाँ घूमने में 2 से 3 घंटे का समय लगता है। कुलधरा गांव को श्रापित गांव कहा जाता है ऐसा क्यों है ये जानने के लिए वहां जरूर जाए।
जैसलमेर डेजर्ट सफारी
जैसलमेर में ज्यादा तर लोग इसी डेजर्ट सफारी के लिए आते है जहाँ पर दिन में ये रेत आग की लपटे उगलती है वही रात में ये रेत एक डैम ठंडी हो जाती है। इसी डेजर्ट सफारी के लिए काफी दूर दूर से लोग आते है। यहाँ नई ईयर पर विशेष भीड़ देखने को मिलती है। रेगिस्तान में सफारी का सबसे अच्छा समय नवम्बर से मार्च तक है। गर्मियों में यदि आप जैसलमेर में घूमने आते है तो आपको बहुत गर्मी का सामना करना पड़ेगा। डेजर्ट सफारी सेम विलेज की सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है। यहाँ कई पैकेज उपलब्ध है जिसमे डेजर्ट सफारी, कैमल राइड, सनराइज और सनसेट पॉइंट, तीनो टाइम का खाना , राजस्थानी नृत्य, केम्फायर, थार में डेजर्ट सफारी, टेंट स्टे कराया जाता है जिसमे दो जानो की कीमत करीब 3000 रूपए से लेकर 3500 रूपए तक हो सकती है। यहाँ आप पैराग्लाइडिंग, गुड़ सवारी, atv राइड जैसी एक्टिविटी कर सकते है।
जैसलमेर वॉर म्यूजियम
ये जैसलमेर से 2 घंटे की दूरी पर स्थित है जिसमे भारत- पाकिस्तान के कारगिल युद्ध में इस्तेमाल हुए औजार देखने को मिलते है। इसी म्यूजियम के पास में भारत और पाकिस्तान का बॉर्डर वाला इलाका है। यही पर बजरंगी भाईजान मूवी की शूटिंग की गयी थी। यहाँ जाने के लिए बी इस ऍफ़ से मंजूरी लेनी पड़ती है।
तनोट माता मंदिर
इस मंदिर के बारे में तो आपने जरूर सुना ही होगा ये रहस्यमयी मंदिर जैसलमेर और पाकिस्तान की बॉर्डर पर स्थित है। ये मंदिर सैनिको के दिल के काफी करीब है। इसके चमत्कार की कहानी सभी ने सुनी है 1965 में भारत पाकिस्तान के युद्ध के दौरान यहाँ बहुत से बम गिराए गए पर सभी बम ख़राब हो गए भारतीय सैनिको का बाल भी बका नहीं हुआ तब से आज तक इस मंदिर की भूमिका बहुत बढ़ गयी। बॉलीवुड की मूवी बॉर्डर इसी मंदिर की कहानी पर आधारित है। सुबह और शाम के समय यहाँ बीएसएफ के जवान आरती करते है वो आरती देखने भी आप मंदिर में जा सकते है। इस चमत्कारी मंदिर के दर्शन करने आप भी जरूर जाये।
जैसलमेर कैसे पहुंचे?
जैसलमेर पहुंचने के 3 तरीके है जिसमे है बस, ट्रैन और फ्लाइट के जरिये यहाँ पंहुचा जा सकता है। यदि आप ट्रैन के जरिये यहाँ आ रहे है तो यहाँ सीधी ट्रेने आपको पंहुचा देंगे। फ्लाइट के जरिये आप यहाँ आ रहे है तो जोधपुर एयरपोर्ट या फिर जैसलमेर हवाई अड्डा सबसे बेस्ट है क्युकी यहाँ पहुंचने के लिए आपको दिल्ली, कोलकत्ता, उदयपुर से सीधी फ्लाइट मिल जाएगी।
यदि आप बस से जैसलमेर आना चाहते है तो इसमें काफी जयादा समय लग सकता है यदि आप दिल्ली से जैसलमेर आ रहे है तो 17 घंटे का समय लग सकता है क्युकी दिल्ली से जैसलमेर की दूरी 800 किलोमीटर है और बस का किराया कम से कम 1200 रूपए प्रति व्यक्ति है। तो आप इन तीनो विकल्प में से कोई सा भी चुनकर जैसलमेर पहुंच सकते है।
जैसलमेर में क्या खाये?
जैसलमेर में खाना ज्यादा महंगा नहीं है। जहाँ पर आप दाल बाटी चूरमा, गट्टे की सब्जी, मखनी लस्सी, प्याज की कचोरी, राजस्थानी लाल मॉस बहुत प्रसिद्ध है। एक व्यक्ति के खाने पीने का खर्चा एक दिन का 500 रूपए के अंदर अंदर ही हो सकता है।
जैसलमेर घूमने में कितना खर्चा आता है?
यदि आप दो लोग जैसलमेर घूमने जा रहे है तो आप 3 दिन में पूरा जैसलमेर घूम सकते है और इन 3 दिनों में आपका 15000 से 20000 रूपए तक का खर्चा आ सकता है जिसमे सभी चीज़े कवर हो जाएगी जिसमे अच्छे होटल्स और पर्सनल कैब शामिल है।
FAQ’s-
Q.1- जैसलमेर कितने दिनों में घुमा जा सकता है?
उत्तर- यदि आप जैसलमेर पूरा घूमना चाहते है तो कम से कम 2 से 3 दिन का ट्रिप अवश्य बनाये। इन दिनों में आप पूरा जैसलमेर कवर कर पाएंगे। ट्रिप के पहले दिन में आप जैसलमेर का किला, हवेलियां जैसे पटवों की हवेली, मोती महल, सलीम हवेली, नथमल जी की हवेली, गड़ीसर झील और बड़ा बाग़ जैसी जगह घूम सकते है। ट्रिप के दूसरे दिन आप कुलधरा रहस्यमयी गांव और डेजर्ट सफारी का आनंद उठा सकते है। उसके बाद बचे हुए तीसरे दिन में आप जैसलमेर का वॉर म्यूजियम, तनोट माता मंदिर के दर्शन करके आप ट्रिप को ख़तम कर सकते है।
Q.2- जैसलमेर का कोनसा खाना प्रसिद्ध है?
उत्तर- जैसलमेर में गट्टे की सब्जी, दाल बाटी चूरमा, प्याज की कचोरी, बाजरे की रोटी और खिचड़ी खाना बिलकुल भी ना भूले। जैसलमेर का खाना यहाँ की जान है और यदि आप यहाँ आये है तो खाने का आनंद लिए बिना बिलकुल मत जाना।
Q.3- जैसलमेर में कहाँ रुकना चाहिए?
उत्तर- यहाँ आपको रुकने के बहुत से सस्ते विकल्प मिल सकते है। यदि आप अकेले आये है तो किसी भी हॉस्टल में रुक सकते है जिसका एक दिन का किराया 500 रूपए से लेकर 5000 तक है। आप हॉस्टल जैसलमेर के किले में भी बुक करा सकते है।
Q.4- जैसलमेर का स्ट्रीट फ़ूड कहाँ का प्रसिद्ध है?
उत्तर- जैसलमेर में हनुमान चौक स्ट्रीट फ़ूड के लिए काफी फेमस है, जहाँ आप पंचधारी लड्डू, प्याज की कचोरी, पोहा, दाल बाटी चूरमा, जलेबी, जैसी चीज़े खाने को मिल जाएगी।
Q.5- जैसलमेर जाने का सही समय क्या है?
उत्तर- जैसलमेर जाने का सही समय दिसंबर से जनवरी महीना है क्युकी इस समय यहाँ काफी ठण्ड रहती है इसीलिए ज्यादातर लोग न्यू ईयर पर आना ज्यादा पसंद करते है बाकी उसके बाद यहाँ काफी गर्मी पड़ती है। गर्मियों में कैम्प्स बंद हो जाते है। यदि आप दिसंबर और जनवरी महीने में जा रहे है तो कैम्प्स की बुकिंग पहले ही करा ले नहीं तो ज्यादा पैसे देने पड़ सकते है।
Q.6- सोलो ट्रैवलर का जैसलमेर घूमने का कितना खर्चा आता है?
उत्तर- यदि आप अकेले है और ज्यादा खर्चा नहीं करना चाहते और पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करके जैसलमेर घूम सकते है तो 5000 से 7000 रूपए में 3 दिन के स्टे के साथ जैडालमेर घूम सकते है।
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