औली में घूमने की बेहतरीन जगहों के बारे में जानेगे की आप कब और कैसे वह घूम सकते है और अपना वीकेंड को कैसे और अच्छा बाना सकते है। गर्मियों की छुट्या आने वाली है और सभी लोग ये सोचते है की यार कहा जाये घूमने इस बार, ऐसी कोनसी जगह होगी और वहा पर भी कोनसी जगह अछि होगी घूमने की। औली बेहतरीन, और ठंडी जगह है गर्मियों के समय अपनी फॅमिली, दोस्तों और पार्टनर के साथ घूमने की। इस ब्लॉग के माध्यम से हम जानेगे की औली मी अगर अपने जा रहे है तो कहा पर घूमने जाना चाहिए और कैसे आप काम दिनों में औली घूम सकते हो वो भी आपके बजट में।
औली में आपको खूबसूरत वादिया, बर्फ, सूंदर लेक, और खूबसारे एडवेंचर स्पॉट है वह पर, जाहा आप जाके मज़ा कर सकते है। तोह पढ़ते रहिये और बने रहिये हमारे साथ।
औली में घूमने की जगह, कब और कैसे जाए
उत्तराखंड में मौजूद, समंद्र ताल से 2800 मीटर ऊपर औली, हसीन वादियों में बसा है। ऐसी जगह आप जाओगे तो वह गर्मी और तेज़ धुप से आपको राहत मिलेगी। वहा जाके आपको हसीन वादियों का लुफ्त उठा सकते है।
1.औली झील और लेक

औली झील पहुंचने का तरीका
2.छत्रकुंड
औली झील के बेहतरीन नज़ारे देखने के बाद आप जा सकते है छत्रकुंड देखने के लिए। जो की बहुत ही खूबसूरत और मन को मोहित करने वाली जगहों में से एक है। छत्रकुंड घने जंगल के बीचो बिच स्तिथ है जो को आपको जाने पर बहुत ही मस्त अनुभव देगी। ये जगह सिर्फ 4 किलोमीटर की दुरी पर ही स्तिथ है और बहुत ही खूबसूरत जगह है अपनी फॅमिली, दोस्त, और अपने पार्टनर के साथ जाने के लिए।
3. गुरसों बुग्याल
गुरसों बुग्याल बेहतरीन जगह है घूमने की जहा आप बहुत लम्बे और घने मैदान देख सकते है दूर दूर तक और इसके आलावा ये जगह की सर्दियों के समय बर्फ का स्कीनिंग का एडवेंचर भी देती है। गुरसों बुग्याल की उचाई पर जाकर आप त्रिशूल, द्रोण माउंटेन, और नंदा देवी देखे जा सकते है। अगर आप गुरसों बुग्याल के रिसोर्ट में रुके है तो आप सिर्फ 3 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है ये जगह घूमने की।
4. नरसिंघ जी का मंदिर
अगर आप अपनी फॅमिली के साथ आये है तोह पहाड़ो और बर्फ के नज़ारे देखने के बाद आप वाह पर प्रसीद मंदिर भी देखना चाहते है तो सबसे पहले आते है जोशीमठ में बने नरसिंघ जी का मंदिर। मंदिर इसलिए भी फेमस है क्युकी बद्रीविशाल आइडल जो थे उन्होंने यहाँ पर सर्दियों से समय रुके थे और भगवन विष्णु जी के चौथे अवतार नरसिम्हा अवतार है उसपे ये मंदिर बना है। और इसी कारण मंदिर आज भी बहुत फेमस मना जाता है।
5. भगवान बद्रीनाथ जी का मंदिर
अगर आप अपनी फॅमिली या दोस्तों के साथ जोशीमठ में घूम हे रहे है तो आपको अगर चार पवित्र धाम से एक धाम के दर्शन करने है तो आप सीधे चले जाये भगवान् बद्रीनाथ जी के मंदिर में जो की चमोली जिले में, अलकन्दा नंदी के पास उत्तराखंड में गढ़वाल पहाड़ी में स्तिथ है।
मंदिर की ये विशेषता है की साल में सिर्फ 6 महीने हे मंदिर के द्वार खुलते है और नवंबर के महीने से अप्रैल तक बंद रहते है। बहुत ही उच्ची पहाड़ियों पर स्तिथ भगवन विष्णुनारायण बद्रीनाथ जी की पत्थर की मूर्ति स्थापित करि थी खुद अदि शंकराचार्य जी ने। भगवान् बद्रीनाथ की मूर्ति शालग्रामशिला से बनी हुई है और यहाँ सदैव अखंड दिप जलता है।
6. तपोवन- गर्म पानी के झरने के लिए प्रसीद
सब जगह घूमने के बाद आप अब जाइये तपोवन, गर्म पानी के झरने देखने और अपने आप को वाह जाकर रिलेक्स करे। यहाँ पर अप्पको बर्फ भी मिल सकती है और इतनी नेचुरल जगह है जो आप छोड़ना नहीं चाहोगे घूमने से। इस जगह की विशेष जगह ये है की यहाँ पर गर्म पानी से झरनो से लिए बहुत हे प्रसीद है और चित्रकांठा ट्रेक और कुआरी दर्रे के रस्ते में स्तिथ है।
7. भविष्य बद्री
भविष्य बद्री, चमोली जिले के उत्तराखंड में स्तिथ है और भगवन विष्णु के पांच बद्री मंदिरो में एक है। भविष्य बद्री के मंदिर को भविष्य के मंदिर भी कहा जाता है। कहते है की जब कलयुग ख़तम होने को होगा और भगवन बद्रीनाथ जाने के सारे रस्ते बंद हो जायेगे उसी समय भक्त भागवन विष्णु के दर्शन भविष्य बद्री के मंदिर में कर सकते है। यह मंदिर मोक्ष प्राप्ति के लिए है और मंदिर में भगवन की काले रंग की मूर्ति है।
भगवान् विष्णु के पांच बद्री के मन्दिर बने है और जो की बहुत फेमस और आस्था से जुड़े है। असा कहते है की अगर कोई व्यक्ति पांच बद्री के दर्शन कर लेता है तो उसे बैकुंठ की प्राप्ति होती है। अगर आप वाह जाओगे और तपोवन में जाओग घूमने तो आप 3 किलोमीटर की दूरी पर भविष्य बद्री भी भगवान् का आशीर्वाद ले सकते है।
8. माना गांव (Mana Village)
माना गांव चमोली जिले के उत्तराखंड में स्तिथ है और वहा से करीब 26 किलोमीटर की दूरी पर इंडिया और तिब्बत का बॉर्डर भी पड़ता है। अगर औली में घूमने गए ही हो और जोशीमठ में हो तो आपको माना गांव भी जरूर जाना चाहिए घूमने के लिए। मात्रा 3 किलोमीटर दूर है बद्रीनाथ मंदिर से और बहुत हे फेमस मंदिर है घूमने के लिए। माना गांव में आप जाकर बहुत सी जगह घूम सकते हो जैसे की गणेश जी की गुफा, भीम पूल, नीलकंठ जी का मंदिर, और व्यास गुफा भी है घूमने के लिए।
9. विष्णुप्रयाग
गंगा नदी जो भारत के देशवासियो के बहुत हे पवित्र नदी मानी जाती है और और हम सभी का आस्था का केंद्र है। विष्णुप्रयाग जगह एक ऐसी जगह है जहा पर नारद मुनि जी ने विष्णु जी को प्रश्न करने के लिए ध्यान किया और उनके लिए पूजा भी करि और उसके बाद भगवान् विष्णु जी उनके सामने प्रकट हुए। विष्णुप्रयाग जहा पर दो नदियों का संगम होता है अलकनंदा और धौलीगंगा नदी का। गंगा नदी को गंगा बनाने में कई छोटी बड़ी नदियों का संगम है जिसमे बहुत सी धराये आके मिलती है और गंगा नदी में पांच प्रयाग प्रमुख है जिसमे दो प्रमुख नदिया अलकनंदा और धौलीगंगा बहुत हे अहम् हिंसा है।
बहुत ही अछि जगह है घूमने की जहा आप समय बिता सकते है अपने माइंड को रेलक्स कर सकते है और वहा आस पास में बने आश्रम को देख सकते है जाकर।
10. फूलो की घाटी ( Valley of Flowers)
औली जोशीमठ की बहुत हे खूबसूरत जगह फुल्लो की घाटी, जो सिर्फ साल में 3 से 4 महीने हे खुलती है और जिसकी स्थापना 1982 में हुई थी। अगर आपको फुल्ल और प्रकति से प्यार है तोह आपको यहाँ जरूर जाना चाहिए और वाह जक्कर आप ट्रेकिंग का भी लुफ्त उठा सकते है। 500 से भी जयदा किस्म के फूल और अंदर जाने का शुल्क सिर्फ 150 रुपए है और विदेशियों के लिए 600 रुपए है।
प्रश्न और उतर:
प्रश्न 1: औली में घूमने के लिए कौन- कौन सी जगह है?
उतर: औली, चमोली जिले में उत्तराखडं में स्तिथ है यहाँ आप अपनी फॅमिली के साथ स्कीइंग, औली रोप्प वे, छत्र कुंड, बद्रीनाथ टेम्पल, तपोवन जैसी घूमने जा सकते है और भारत देश में औली को मिनी स्विटरज़लैंड भी कहा जाता है।
प्रश्न 2: औली जोशीमठ में घुमंने का सही समय कोनसा है?
उतर: औली उत्तराखंड में जाने का समय शुरू होता है दिसंबर के महीने से और अप्रैल के महीने तक आप औली जाना चाहिए। वैसे तो यहाँ पर इस समय इसलिए जाते है क्युकी बर्फ का मज़ा लेने और इसी समय में यहा पर स्नो मिलती है।
प्रश्न 3: दिल्ली से औली कैसे जाए?
उतर: अगर आप दिल्ली से औली जाने चाहते है तो वॉल्वो बस को पकड़ कर ऋषिकेश तक जाए और फिर वाह से आप दूसरी बस से औली जा सकते है।
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