आज हम एक ऐसे गाने के बारे में बात करने वाले है जिसे सुनने वाले अपनी जान ही दे देते है। ग्लूमी संडे इस गाने को ” हंगेरियन सुसाइड सॉन्ग” के नाम से भी जाना जाता है जिसे 1930 में ” रेज़सो सेरेस ” ने बनाया था। उस समय रजसो बहुत ज्यादा डिप्रेशन थे और पेसो की तंगी से गुजर रहे थे। इस गाने को बनाने के कुछ समय बाद ही इनकी मौत हो गयी थी। इस गाने के बारे में कहा जाता है की जो एक दो बार इसे सुन लेता है उसे इसे बार बार सुनने का मन होता है। अगर कोई इसे ज्यादा बार सुनता है तो गाने के साथ साथ वो व्यक्ति खुद भी श्रापित हो जाता है और अपनी जान से हाथ धो बैठता है।
आज तक का रिकॉर्ड है की 15000 लोग इस गाने को सुनने के बाद मर चुके है इसलिए बहुत से देशो में तो इस गाने को बन किया जा चूका है।
ग्लूमी संडे गाना जिसे सुनने के बाद हो जाती है इंसान की मौत
यह बात 1930 की है जब हंगरी के रजसो सेरेस ने इस सॉन्ग को कंपोज़ किया। इस गाने में उन्होंने वर्ल्ड वॉर के बारे में बताया था की वॉर से हमें क्या नुक्सान होता है क्या क्या हानि होती है और कैसे हम सब लोग इससे बहुत ज्यादा प्रभावित होते है, युद्ध हमारे जीवन पर कितना बुरा असर डालते है।
इसके बाद 1935 में रजसो ने इस गाने को थोड़ा बदला जिसमे गाने की धुन तो वही राखी गयी लेकिन इसके बोल को बदला गया। अब इस गाने के बोल वॉर के बारे में नहीं एक लड़की के बारे में थे जो आत्महत्या करना चाहती थी और उसके आत्महत्या का कारण उसका प्रेमी था जो मर चूका था। प्रेमी इस दुनिया में नहीं था इसलिए उसे भी इस दुनिया में नहीं रहना था। तो इस गाने के बोल के जरिये वो अपने दर्द को बयां कर रही थी। गाने के जरिये वो कह रही थी की उसे इस दुनिया में नहीं रहना क्युकी उसके पास जीने का कोई मकसद नहीं बचा था।
अगर हम इस गाने की पॉपुलैरिटी की बात करे तो व्यावसायिक तौर पर ये गाना ज्यादा हिट तो नहीं हुआ था लेकिन 1950 में हंगरी में एक ऐसी रिपोर्ट आयी जहाँ पर ऐसा बताया गया की कई 20 वर्ष के कम उम्र के बच्चो ने इस गाने को सुनने के बाद आत्महत्या कर ली। ये सभी चीज़े हंगरी में हो रही थी। इतना ही नहीं इस गाने के इंग्लिश वर्शन का असर अमेरिका में भी हो रहा था। अमेरिका और हंगरी जैसे देशो में ऐसे बहुत से सुसाइड हुए जिनके पीछे का कारण यही गाना था। कई लोगो ने तो ये तक कहा की इस गाने को सुनने के बाद वो लोग बहुत डिप्रेस हो गए और उन्होंने ड्रग्स लेना तक शुरू क्र दिया।
क्या सच में Gloomy Sunday गाने हो जाती है सुसाइड?
हाल ही में एक गेम आया था जिसको खेलने के बाद लोग उसके लास्ट स्टेज पर जाकर सुसाइड कर लेते थे। ये जो इस तरह के गेम्स, गाने होते है इन सब चीज़ो में बहुत दुःख भरी बाते की जाती है और दुनिया को बुरा दिखाया जाता है। ये सभी चीज़े हमारे दिल और दिमाग को बहुत ज्यादा बदल देते है। हम दूसरी तरह से सोचने लगते है और ज्यादा सोचने लगते है। जैसे जैसे हम इन बाते को अंदर बैठाते जाते है, बहुत ज्यादा नाजुक होते जाते है और इन बाते से बहुत डिप्रेशन में आ जाते है की गलत कदम उठाने पर मजबूर हो जाते है। ठीक उसी तरह से ये गाना भी काम करता है ये हमपर बहुत ज्यादा हावी हो जाते है और आत्महत्या के विचार मन में आने लगते है।
ये भी पढ़े:- चंद्रताल लेक के भयानक रहस्य और राज
इसीलिए इस गाने को बीबीसी ने इस गाने 1963 में बैन कर दिया था। 1963 से 2002 तक ये गाना बिलकुल बैन था। इसकी कैसेट और डीवीडी भी कही नहीं मिलती थी। यहाँ तक की जनवरी 1968 में इस गाने के कंपोजर ने भी सुसाइड कर लिया था। इसलिए ये सॉन्ग बहुत घातक है।
हमारी राय तो यही है की आप इस गाने को ना सुने हलाकि इसमें ऐसा कुछ खतरनाक तो नहीं है पर इस गाने के बोल बहुत नेगेटिव और नाम को उदास करने वाले है। क्युकी इस गाने को सुनने के बाद हम हमारी जीवन में चल रही सभी अच्छी चीज़ो को भूल कर सिर्फ ख़राब चीज़ो पर ही ध्यान देने लगते है।
FAQ’s
Q.1- ” Gloomy Sunday” गाने के पीछे क्या रहस्य है ?
उत्तर- ग्लूमी संडे गाना हंगरी में निवास करने वाले एक व्यक्ति जिसका नाम रेज़सो सेरेस है ने साल 1930 में लिखा था। उन्होंने ये गाना वॉर के कारण परेशान हुए लोगो की मनःस्थिति को दर्शाता है और उनके मन में आने वाले आत्महत्या के विचारो को मजबूती देता है जिससे जो भी व्यक्ति इस गाने को सुनता है उसके मन में भी नकारात्मक विचार आते है और वो डिप्रेशन में चला जाता है। यही नहीं इस गाने को लिखने के कुछ समय बाद ही सेरेस की मौत हो गयी थी और जो भी इसको ज्यादा सुनता है वो भी आत्महत्या कर लेता है। इस गाने के कारण आज तक 15000 लोगो की मौत हो चुकी है।
Q.2- दुनिया का सबसे मनहूस गाना कोनसा है?
उत्तर- दुनिया का सबसे मनहूस गाना ग्लूमी संडे है क्युकी जो भी इस गाने को सुनता है वो डिप्रेशन में आ जाता है और आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाता है।
Q.3- उदास रविवार गाना प्रतिबंधित क्यों है?
उत्तर- उदास रविवार गाना इसलिए प्रतिबंधित है क्युकी इसे सुनने के बाद लोगो को आत्महत्या करने के विचार मन में आते है उन्हें इस दुनिया में हो रही हर चीज़ बुरी लगने लग जाती है इसलिए इस गाने को मनहूस गाना भी कहा जाता है। इस गाने को साल 1963 में बैन कर दिया गया था क्युकी इस गाने के कारण हज़ारो लोगो की जान जा चुकी है।
Q.4 – ” ग्लूमी संडे ” कौन गाता है ?
उत्तर- ग्लूमी संडे गाना साल 1930 में हंगरी के एक गायकार रेज़सो सेरेस ने गया था जिसका लोगो पर बहुत नकारात्मक प्रभाव पड़ा । जिस समय ये गाना रिलीज़ हुआ ये ज्यादा तो नहीं चल पाया पर इसके बारे में लोगो को पता तब लगा जब ये सामने आया की हंगरी ही नहीं अमेरिका में भी इस गाने को सुनने के बाद लोगो की मौत हुई है।
ये भी पढ़े:- प्रयागराज की काशीराम कॉलोनी जिसे रातो रात कर दिया खाली
Hello, I am the owner and the creator of the website. I would love to write and have 5+ years of experience in the content writing field. I started Kahiankahibaate to give information to the audience, so they can get better information. The categories, mentioned in the site, In this we decided to provide information.
Thank You
Muskan Goyal.