कोलकत्ता में घूमने की बेहतरीन जगह:-सिटी ऑफ़ जॉय कहे जाने वाले कोलकत्ता का नाम तो आप सभी ने सुना ही होगा जो की पश्चिम बंगाल की राजधानी होने के साथ साथ पुराने समय में ये भारत की राजधानी रही है। कोलकत्ता अपनी कला- संस्कृति, वास्तुकला, बाहरी बनावट, नृत्य, स्वादिष्ट व्यंजन, त्यौहार, इतिहास, परम्पराओ के लिए जाना जाता है। कोलकत्ता की दुर्गा पूजा तो पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है ही और हर व्यक्ति जीवन में एक बार उस दुर्गा पूजा में शामिल होना चाहता है। इसीलिए हम आज आपको कोलकत्ता में घूमने के लिए बेहतरीन जगहों के बारे में बताने वाले है।
कोलकत्ता हुगली नदी के समीप बसा है जो आजादी की दृष्टि से भी बहुत ही महत्वपूर्ण जगह है। कोलकत्ता को मेट्रोपोलिटन सिटी के नाम से भी जाना जाता है। कोलकत्ता का सन्देश भी पूरी दुनिया में फेमस है। यदि आप कोलकत्ता आने का सोच रहे है तो आप यहाँ बस, ट्रैन और एरोप्लेन के माध्यम से आ सकते है। ट्रैन के जरिये आप किसी भी कोने से कोलकत्ता पहुंच सकते है। नेताजी सुभाष चंद्र इंटरनेशनल एयरपोर्ट के जरिये आप जल्दी फ्लाइट से यहाँ पहुंच कर भी कोलकत्ता घूम सकते है। तो चलिए यहाँ की प्रसिद्ध जगहों के बारे में जान लेते है।
कोलकत्ता में घूमने की जगह [Best Places To Visit in Kolkata]
हावड़ाः ब्रिज- कोलकत्ता की पहचान इसी से है। कोलकत्ता के स्टेशन के बहार से ही इसे देखा जा सकता है। आपको ब्रिज देखकर पता लगेगा की इसके निचे एक भी खम्भा नहीं है।
1.विक्टोरिया मेमोरियल
इसका निर्माण 1906 से 1921 के बीच में इंग्लैंड की महारानी की याद में किया गया। आपको देखने पर ये बिलकुल सफ़ेद और चमकदार दिखाई देगा। लोग इसमें स्थापित म्युसियम को देखने आते है। उस समय इसके निर्माण की लागत एक करोड़ से भी ज्यादा आयी थी। जब आप यहाँ घूमने आएंगे तो आपको 2 से 3 घंटे का तो पता ही नहीं लगेगा की कब बीत जायेंगे। शाम के समय इस पर चमकती हुई लाइट इसकी सुंदरता को और ज्यादा बढ़ा देती है। ये मेमोरियल सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक खुलता है जिसे देखने के लिए 30 रूपए का टिकट लगता है। इस मेमोरियल के ऊपर एक ब्रोंज़ की परी बनी हुई है जो की ब्रिटिश काल में घुमा करती थी। मेमोरियल में आपको टोपे, मुर्तिया, महारानी विक्टोरिया की ख़ास मूर्ति, पिआनो, पेंटिंग्स, तलवारे, नाव, बंदूके, ढाल जैसी बहुत सी ब्रिटिश काल में इस्तेमाल की जाने वाली चीज़े देखने को मिलेगी।
2.प्रिंसेप घाट
ये घाट गंगा नदी के किनारे पर बना है जो की कलकत्ता के लोगो की जान है। यहाँ पर ज्यादातर लोग सुबह के समय और शाम के समय घूमने आते है। यदि आपको बोटिंग का शोक है तो आपको यहाँ जरूर जाना चाहिए। शाम के समय प्रिंसेप घाट के पीछे बना विद्यासागर ब्रिज बहुत ही खूबसूरत नजर आता है। आप चाहो तो यहाँ जाकर शाम के समय कलकत्ता के प्रसिद्ध भोजन की चौपाटी का आनंद उठा सकते है। ये घाट 1841 में बनकर तैयार हुआ। यहाँ लोग सनसेट को एन्जॉय करने आते है।
3.ईको पार्क
ये पार्क बहुत बड़ा है जो की 480 एकड़ में फैला है जिसकी एंट्री टिकट मात्र 30 रूपए। ईको पार्क के खुलने का समय सुबह 11:30 लेकर शाम 7:30 बजे तक है। यहाँ बहुत खूबसूरत घास का मैदान, थीम पार्क, म्यूसिकल फाउंटेन, झरने, स्पीड बोट, साइकिलिंग, और भी बहुत सारी एक्टिविटीज का लुफ्त उठाया जा सकता है। इसके आलावा इसी पार्क में सेवन वंडर्स पार्क बना है जहाँ पर दुनिया के सात अजूबो को एक ही जगह पर देखा जा सकता है। एक पार्क में आपको मास्क गार्डन जहाँ बहुत तरीके के पार्क, दार्जीलिंग का घूम स्टेशन, फ़ूड कोर्ट, जानवरो से भरा चिल्ड्रन पार्क जहाँ जानवरों के स्टेचू बने है, मिस्ट गार्डन जहाँ बहुत ठंडक रहती है, बांकुरा टेराकोटा मंदिर, बंगाली विलेज पार्क, जापानीज पार्क और अंत में एफिल टावर आपको ईको पार्क में देखने को मिलेगा। ये पार्क बहुत बड़ा है जिसे घूमने में आपको काफी समय लग सकता है।
4. विश्व बांग्ला गेट
ये कोलकत्ता के नई टाउन एरिया में स्थापित है जो की अभी अभी बना है। यहाँ एक हवा में लटकता हुआ रेस्टुरेंट है जो की धरती से 55 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यहाँ पुरे कोलकत्ता को कोलकत्ता प्रसिद्ध खाने के साथ निहारा जा सकता है। इसीलिए यदि आप अपने परिवार के साथ गए है तो यहाँ जाना बिलकुल न भूले। यहाँ दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक लंच होता है, 5 से 6 बजे तक सिर्फ टूर कराया जाता है उस समय रेस्टुरेंट बंद रहता है और फिर से 7 से 10 बजे तक डिनर के लिए ओपन होता है। इसको विजिट करने के चार्जेज मात्र 100 रूपए है। यदि आप यहाँ खाना खाने जा रहे है तो ध्यान रहे की मिनिमम बिल 500 रूपए होना ही चाहिए। तो ये जगह भी घूमने के लिए और खाने के लिए अच्छी है।
5.दक्षिणेश्वर काली मंदिर
ये मंदिर काली माता को समर्पित हुगली नदी के किनारे पर बसा है। इस मंदिर की मान्यता है की यहाँ जो कुछ भी माँगा जाता है वो सभी पूरा हो जाता है। ये मंदिर बहुत बड़ा है जो की 25 एकड़ की जमीन में फैला है। इस मंदिर का निर्माण 1847 में बनवाया गया। ये मंदिर सुबह 6 बजे से लेकर 12 बजे तक और शाम को 4 बजे से 7 बजे तक खुलता है। जब इस मंदिर की स्थापन हुई तो उस समय 8 लाख रूपए का खर्चा आया। यहाँ माता काली के साथ आपको शिव जी के भी दर्शन करने को मिलेंगे। इसी मंदिर के पास से बेलूर मठ जाने के लिए फेरी मिल जाती है।
6.बेलूर मठ ( रामकृष्ण मठ)
बेलूर मठ पहुंचने के लिए आपको फेरी की सहायता लेनी होगी जो की आपको दक्षिणेश्वर काली मंदिर के तट से मिल जाएगी। इस मठ की स्थापना 1877 में स्वामी विवेकानंद द्वारा 40 एकड़ की जमीन पर की गयी। यहाँ आपको सरस्वती माता, राम कृष्ण देव और विवेकानंद जी के मंदिर देखने को मिलेंगे। ये मठ पुरे हफ्ते खुला रहता है। इसके आलावा यहाँ एक खूबसूरत बगीचा है जहाँ पर मुफ्त भोजन की सुविधा पर्यटकों को दी जाती है।
7.इंडियन म्युसियम कोलकत्ता
ये म्युसियम करीब 210 साल पुराना है जो की भारत का सबसे पुराना म्युसियम माना जाता है। इस म्युसियम में एंट्री की टिकट मात्र 75 रूपए है जो की सोमवार के दिन बंद रहता है और सुबह 10 बजे से लेकर शाम के 6 बजे तक खुलता है। यहाँ आपको कवच, पुराने पत्थर, मुर्तिया, आभूषण, कंकाल, मम्मी, तस्वीरें जैसी चीज़े देख पाएंगे। यही नहीं आप यदि भारत के इतिहास को जानने में रूचि रखते है तो इन म्युसियम में जरूर जाए। ये म्युसियम इतना बड़ा है की यदि इसे सही से देखा जाए तो आपको 2 से 3 दिन का समय लग सकता है। यहाँ आपको ग्राउंड फ्लोर पर भरहुत गैलरी, ब्रोंज गैलरी, कोइन गैलरी, डेकोरेटिव गैलरी देखने को मिलेगी। उसके बाद आप टेराकोटा गैलरी, रॉक गैलरी, ह्यूमन ऐवोलुशन गैलरी, पेंटिंग गैलरी, मम्मी गेलेरी, फॉस्सिल गैलरी और जूलॉजिकल गैलरी जैसी बहुत सी गैलरी देख सकते है। यहाँ स्थापित मम्मी बहुत ही ज्यादा पुराणी है जो की पर्यटकों का विशेष ध्यान आकर्षित करती है।
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8.कालीघाट शक्तिपीठ
आपने सति माता के 51 शक्तिपीठो के बारे में तो सुना ही होगा ये कालीघाट शक्तिपीठ उन्ही शक्तिपीठो में से एक है। पौराणिक कहानियों के अनुसार यहाँ सति माता का दाहिने पैर का अंगूठा गिरा और उसे कालीघाट कहा जाने लगा। यहाँ दुर्गा पूजा और नवरात्री के दौरान भारी भीड़ देखने को मिलती है। यहाँ दुर्गा पूजा के 9 दिन बहुत धूम धाम से मनाया जा सकता है। काली घाट मंदिर 200 साल से भी ज्यादा पुराना है जो की 1809 में स्थापित हुआ। कालीघाट मंदिर में स्थापित काली माता की जीभ के बारे में कहा जाता है की वो सोने की बानी है।
9.एयरक्राफ्ट म्युसियम
यदि आपको हवाईजहाज़ों का बहुत शोक है। ये भारत का दूसरा एयरक्राफ्ट म्युसियम है जो नौसेना के विमान U142 के अंदर बनाया गया। इस विमान ने बहुत सालों तक देश की सेवा की। इस एअरक्राफ्ट म्युसियम का उद्घाटन 2022 में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा किया गया था।
इन सभी के आलावा आप कोलकत्ता के निक्को पार्क, अलीपोरे जेल म्युसियम, अलीपुर ज़ू, इडेन गार्डन जैसी जगहों पर जाकर कोलकत्ता को और भी ज्यादा एक्स्प्लोर कर सकते है।
FAQ’s
Q1- कोलकत्ता में घूमने का सबसे सही समय कौनसा है?
उत्तर– कोलकत्ता घूमने का सबसे सही समय सर्दियों का माना जाता है इसीलिए अक्टूबर से लेकर फरवरी में घूमने का सबसे अच्छा समय है।
Q.2- कलकत्ता के प्रसिद्ध बाजार कौन कोनसे है?
उत्तर- कोलकत्ता में शॉपिंग के लिए बड़ा बाजार, दरिया घाट, न्यू बाजार जैसे बाजार बहुत अच्छे है।
Q.3- कोलकत्ता का प्रसिद्ध त्यौहार कोनसा है?
उत्तर- कोलकत्ता का प्रसिद्ध त्यौहार दुर्गा पूजा का है जो की अक्टूबर में मनाया जाता है। इस समय पुरे कोलकत्ता को दुल्हन की तरह सजाया जाता है और हर जगह दुर्गा माता के पंडाल देखने को मिलते है जो की बहुत ही खूबसूरत नजर आते है।
Q.4- कोलकत्ता में कौनसा खाना प्रसिद्ध है?
उत्तर- कोलकत्ता में बंगाली मिठाई, बिरयानी और बंगाली खाने के लिए काफी प्रसिद्ध है। कोलकत्ता के पुचके, कथीरोल, कलकत्ता बिरयानी, संदेश, रसगुल्ला, कबाब, माच झोल, मुर्ग टिक्का जैसी चीज़े खा सकते है।
Q.5- कोलकत्ता घूमने में कितना खर्चा आ सकता है?
उत्तर– यदि आप कोलकत्ता सोलो ट्रेवल कर रहे है और नार्मल होटल में ही स्टे कर रहे है तो मात्र 5 से 6 हजार में कोलकत्ता घुमा जा सकता है।
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