अबू धाबी में स्थित यह हिन्दुओ का पहला मंदिर है यहाँ तक की मुस्लमान देश में बनने वाला यह पहला मंदिर है। इस मंदिर का उद्घाटन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने ही किया। वहां के लोगो का कहना है की वो लोग भारत में स्थापित अयोध्या मंदिर में तो नहीं जा सकते इसलिए मोदी जी उन लोगो के लिए मंदिर ही आबू धाबी ले आये। आबू धाबी एयरपोर्ट से मंदिर करीब 25 से 30 मिनट की दूरी पर स्थित है। आबू धाबी में हिन्दुओ के ऐतिहासिक मंदिर का होना गर्व का एहसास तो करता ही है साथ ही लोगो में आस्था को भी जाग्रत करता है।
इस मंदिर को बेप्स स्वामी नारायण संस्था ने बनवाया है। इनके पुरे विश्व में कुल 1550 मंदिर है। जिनमे पुरे भारत में प्रसिद्ध अक्षरधाम मंदिर भी बेप्स स्वामी नारायण संस्था द्वारा ही बनवाया गया है। यह मंदिर 27 एकड़ में फैला हुआ है। इस मंदिर के बारे में कहाँ जाता है की जब स्वामी नारायण जी की संस्था ने यूऐई के मुख्यमंत्री किंग शेख मोहम्मद बिन ज़ैद अन्नयन को इस मंदिर का प्रस्ताव रखा था तो उन्होंने प्रस्ताव देखा और पूछा की आपके पास पार्किंग कहाँ है तो उन्होंने कहाँ आपने हमें 13.5 एकड़ दिए है मंदिर बनवाने के लिए तो उसमे पार्किंग की जगह नहीं निकल पा रही है तो यूऐई के राजा ने ख़ुशी ख़ुशी 13.5 एकड़ की जमीन और स्वामी नारायण जी की संस्था को दे दी। एक बार में यहाँ के पार्किंग एरिया में 1400 गाड़िया और 50 कार्स कड़ी हो जाती है।
UAE का पहला BAPS हिंदू मंदिर
मंदिर में प्रवेश करने से पहले सिक्योरिटी चेक किया जाता है और अंदर आते ही आपको एक ” वॉल ऑफ़ हारमनी ” दिखाई देगी जो की एक 3 डी वॉल है। इस 3 डी वॉल पर ” वासुदेव कुटुंबकम ” लिखा है जो की सिर्फ हिंदी में ही नहीं बल्कि और भी अलग अलग भाषा में लिखा है। जिसका मतलब सभी को पता है की पूरा विश्व एक परिवार है और इस मंदिर को बनाने का उद्देश्य भी यही एकता को दर्शाना है। इसके साथ ही इस पर अलग अलग देशो के अलग अलग स्मारके बने हुए है। यह वॉल एक मुस्लिम संस्थान के दान के द्वारा बनी है जो की मानव निर्मित नहीं है।
The Prayer Dunes In Baps hindu Temple
वॉल ऑफ़ हारमनी से जैसे ही आप लेफ्ट साइड जायेंगे तो आपको एक चरण पादुका नजर आएगी जिसे ” थे प्रेयर डियून्स” नाम दिया गया है। ऐसे अद्भुत मंदिर को बनवाने के लिए श्री प्रमुख स्वामी महाराज जी ने शारजा के रेगिस्तान में 1997 में कड़ी तपस्या साधना की थी की एक मंदिर ऐसा होना चाहिए जिसमे हर तरह के धर्म के लोग और सभी देशो के लोग एक जगह आकर प्रार्थना कर सके। इसीलिए इस मंदिर का विचार सर्वप्रथम श्री प्रमुख स्वामी महाराज जी के मन में ही आया था इसलिए वहां उनकी चरण पादुका स्थापित की गयी है ताकि हर धर्म और संप्रदाय के लोग वहां प्रार्थना कर सके और उसके बाद मुख्या मंदिर के दर्शन किये जाते है। यहाँ से मुख्य मंदिर के अद्भुत नज़ारे देखने को मिलते है।
BAPS हिंदू मंदिर के काले पेड़
आपको जानकर हैरानी होगी की पूरा मंदिर काले पेड़ो से घिरा है। आप सभी ने हर जगह हरे पेड़ देखे होंगे पर यहाँ पर हरे पेड़ो के साथ साथ काले पेड़ भी देखने को मिलते है जो की ” जेकोस्वोलाकिया ” से लाये गए है। यह पेड़ लगभग 7000 साल पुराने है जो की जेकोस्वोलाकिया की सरकार ने बिप्स संस्थान को बतौर उपहार दिए गए है, क्युकी यह मंदिर एकता प्यार और विश्वास को दर्शाता है। सिर्फ यही नहीं अलग अलग देशो से ऐसे ही अनोखी चीज़े यहाँ भेजी जा रही है ताकि सभी लोगो के सामने एकता दर्शायी जा सके।
BAPS हिन्दू टेम्पल, डिवाइन आँख
मंदिर के बिलकुल सामने एक डिवाइन आँख रखी गयी है इसका मतलब है की मनुष्य के साथ साथ आने वाली अगली टेक्नोलॉजी यानि की ऐ आई भी मंदिर का दर्शन कर रही है यानी की ये मंदिर के प्यार, सहनशील, आध्यात्मिकता, एकता और सम्प्रभुता की जिम्मेदारी का प्रतिक है।
BAPS हिन्दू मंदिर
मंदिर में प्रवेश करने से पहले चप्पल और जूते रखने के लिए जगह बनायीं गयी है उसके बाद ही सभी दर्शन किये जाते है। इस मंदिर को बनाने में सबसे बड़ा संयोग यूऐई के प्रेजिडेंट किंग शेख मोहम्मद बिन ज़ैद अन्नयन ने ही दिया है। उन्होंने ही 2019 में इस मंदिर के निर्माण के लिए जगह दी। मंदिर में 7 शिखर का निर्माण किया गया है जो की यूऐई में 7 स्मारके है। राजस्थान से गुलाबी बलुआ पतथर लाकर मंदिर का निर्माण किया गया है। मंदिर में इसके साथ इटैलियन मार्बल का प्रयोग किया गया है। मंदिर में गंगा जी, यमुना जी और माता सरस्वती का जल लाकर स्थापित किया गया है। साथ ही ये जल पुरे मंदिर की परिकर्मा लगा रहा है। सिर्फ भक्त ही नहीं बल्कि गंगा और यमुना मंदिर भी भगवान के दर्शन कर रही है। मंदिर में भगवान गणेश जी, हनुमान जी, श्री नाथ जी, जग्गनाथ जी, शिव परिवार और राधा कृष्णा की प्रतिमा बनायीं गयी है जो की इटैलियन मार्बल के बने है जिन्हे बनाने में वर्षो का समय लगा है।
मंदिर के लेफ्ट साइड से सबसे पहले शिव परिवार के दर्शन होंगे, उसके आगे जग्गनाथ भगवान के दर्शन होंगे, उसके आगे बढ़ने पर राधा कृष्णा के दर्शन होंगे फिर मंदिर के बीच में स्वामी नारायण जी के फिर आगे आने पर श्रीनिवास त्रिरुपति बालाजी के दर्शन होंगे उनके आगे बढ़ने पर अयप्पा स्वामी एक दर्शन होंगे और अंत में श्री राम जी के दर्शन होंगे। इस मंदिर में आपको लक्ष्मण जी बैठे हुई प्रतिमा में आपको नजर आएंगे। इस तरह मंदिर में अलग अलग सम्प्रदाय के लोगो का ध्यान रखकर प्रतिमाये स्थापित की गयी है।
ये भी पढ़े:- प्रयागराज की काशीराम कॉलोनी जिसे रातो रात कर दिया खाली
BAPS हिन्दू मंदिर हिस्ट्री
जब आप मंदिर के समीप जायेंगे तो देखेंगे की दीवारों पर श्री प्रमुख महाराज का चित्रण किया गया है जो उन्होंने 1997 में तपस्या की थी उस छवि को दिखाया गया है। कैसे श्री प्रमुख महाराज ने अपने शिष्यों के साथ शारजा में तपस्या कर रहे है। इसके आलावा दीवारों पर शिव परिवार को बनाया गया है। खूबसूरत कारीगरी के जरिये दीवारों पर अलग अलग संप्रदाय के भगवानो और उनकी कथाओ का चित्रण किया गया। 12 ज्योतिर्लिंग को भी दीवारों पर दर्शाया गया है। कृष्ण जी की लीलाओ का चित्रण भी बहुत सुंदरता के साथ किया गया है। यहाँ सिर्फ भारत ही नहीं अपितु भारत के आलावा अन्य देशो की संस्कृति और सभ्यता को दर्शाया गया है।
तो ये था मुस्लमानिक देश में पहला हिन्दू मंदिर जो की पूरी दुनिया एक है इस सिद्धांत पर स्थापित किया गया और एकता को दर्शाता है। अगर कभी मौका लगे तो यहाँ जरूर जाए और ऐसे ही ब्लोग्स के लिए हमारी साइट को विजिट करते रहिये।
यह भी पढ़े :– अनंत अम्बानी और राधिका मर्चेंट की कहानी
FAQ’s-
Q.1- ” BAPS Abu Dhabi ” की फूल फॉर्म क्या है ?
उत्तर- “बोचासनवासी अक्षर पुरषोत्तम स्वामी नारायण संस्था” बिप्स अबू धाबी की फुल फॉर्म है जिसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन 14 फरवरी 2024 में किया गया था।
Q.2- Baps Abu Dhabi मंदिर में एंट्री शुल्क क्या है?
उत्तर- बेप्स अबू धाबी मंदिर में कोई भी प्रवेश शुल्क नहीं लगता बस भक्तो को मंदिर में प्रवेश से पहले मंदिर की ऑफिसियल वेबसाइट पर एंट्री करनी होती है।
Q.3- Baps Abu धाबी में किस भगवान की मूर्ति है ?
उत्तर- बेप्स अबू धाबी में किसी विशेष संप्रदाय के भगवन की मूर्ति नहीं है अपितु उसमे हर सम्रदाय के भगवन की मूर्ति है ताकि दुनिया के हर धर्म के लोग एक जगह आकर पूजा कर सके। मंदिर के प्रांगण में आपको शिव जी, जग्गनाथ जी, कृष्णा जी, नारायण जी, अयप्पा, हनुमान जी, गणेश जी और राधा कृष्णा जी सभी के मनमोहक दर्शन करने को मिलेंगे।
Q.4- आबू धाबी का हिन्दू मंदिर कितने बजे खुलता है?
उत्तर- बेप्स अबू धाबी मंदिर सुबह 9 बजे से लेकर रात 8 बजे तक खुला रहता है और हफ्ते में सोमवार के दिन मंदिर बंद रहता है।
Hello, I am the owner and the creator of the website. I would love to write and have 5+ years of experience in the content writing field. I started Kahiankahibaate to give information to the audience, so they can get better information. The categories, mentioned in the site, In this we decided to provide information.
Thank You
Muskan Goyal.