आपने हिमाचल के बारे में तो सुना ही होगा, हिमाचल के बारे में प्रसिद्ध कवि कालिदास ने लिखा था की यहाँ देवताओ का मन बस्ता है इसी कारण इसे पर्वतो का राजा कहा जाता है। हिमालय 5 देशो और 13 राज्यों के बीच में बसा है। हिमचाल प्रदेश में बहुत गहरी घटिया, बर्फ के पहाड़, साफ़ झीले, नदियां, पेड़, पौधे, वनस्पतियों , मंदिरो और पौराणिक स्थानों का खजाना है। जब भी यहाँ कोई घूमने आता था तो वो सिर्फ 2 से 3 जगह ही घूम कर वापस चला जाता था, परन्तु अब हिमाचल सरकार की मेहनत और सोशल मीडिया की मदद से पर्यटक हिमाचल की असली सुंदरता को देख पाता है।
ऐसी एक जगह है जिसके बारे में पहले लोगो को बिलकुल पाता नहीं था और अब सोशल मीडिया के सहयोग से ये जगह इतनी वाइरल हो गयी है की आज काफी मात्रा में यहाँ पर्यटक आते है और इस जगह को काफी पसंद करते है। पार्वती घाटी में स्थित एक छोटा सा गांव है जिसका नाम है कसोल। कसोल अपनी प्राकर्तिक सुंदरता, बहती नदियों, झरने, आकर्षक कैफ़े, शांत वातावरण, घने जंगलो के कारण बहुत प्रसिद्ध है। ये जगह भारतीयों और विदेशी पर्यटकों को काफी ज्यादा पसंद है।
यदि कुल्लू से कसोल की दूरी आंकी जाए तो करीब 36 किलोमीटर है और दिल्ली से यहाँ तक पहुंचने में करीब 11 से 12 घंटे का समय घंटे का समय लगता है वॉल्वो बस के जरिये पूरी की जा सकती है। कसोल में और इसके आस पास घूमने की काफी सारी जगह है जैसे मणिकरण, ग्राहण , तोह चलिए उनके बारे में जान लेते है।
कसोल में घूमने की जगह जहा आप जरूर जाना चाहोगे
1. रामचंद्र जी का मंदिर
रामचंद्र जी का ये मंदिर मणिकरण में स्थित है , जहाँ तक पहुंचने के लिए आप ट्रैकिंग भी कर सकते है या फिर बाइक या स्कूटी रेंट पर लेकर भी यहाँ पंहुचा जा सकता है। यहाँ आपको राम मंदिर के आलावा शिव मंदिर और गुरुद्वारा भी देखने को मिलेगा। इसके अलावा यहाँ गर्म पानी का एक स्त्रोत देखने को मिलेगा जिसके बारे में कहा जाता है जो काफी बिमारियों जिनमे प्रमुख चर्म रोग को सही करने में असर दार है। इस जगह के बारे में कहा जाता है की एक बार शिव जी और देवी पारवती यहाँ घूमते हुए पहुंचे थे और यहाँ के हरे भरे वातावरण देख कर वो यही ठहर गए यहाँ उन्होंने करीब 1100 साल तक का समय बिताया। मणिकरण कसोल के बिलकुल नजदीक में स्थित है।
2. ग्राहण
ये कसोल के करीब स्थित ग्राहण गांव में स्थित है जहाँ पहुंचने में करीब 3 -4 घंटे का समय लगता है। ये गांव इतना छोटा है की यहाँ सिर्फ 50-60 घर ही आपको देखने को मिलेंगे। यहाँ रास्ते में बहुत खूबसूरत नज़ारे आपको देखने को मिलेगा। यदि आपको शांति में और गांव की जीवन शैली के बारे में जानना अच्छा लगता है तो ये आपके लिए काफी अच्छी जगह हो सकती है। अगर आपको स्टे भी यहाँ करना है तो काफी सस्ते होमस्टे आपको देखने को मिलेंगे। यदि आप यहाँ नवंबर से जनवरी के महीने में आते है तो आपको काफी बर्फ देखने को मिलेगी पर आपको हरियाली देखनी है तो आप सितम्बर और अक्टूबर के महीने में आये।
3. तोश गांव
ये कसोल से करीब 17 – 18 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहाँ आप टैक्सी के जरिये पहुंच सकते है। यहाँ आने से पर्यटकों को शांति की अनुभूति होती है बहुत से लोग तो शहर के शोर शराबे से दूर यहाँ आकर समय बिताना पसंद करते है। इसके आलावा आपको यहाँ हिमालयन वास्तुकला से निर्मित घर आपको काफी पसंद आएंगे। काफी सस्ते होमस्टे यहाँ उपलब्ध है।
4. खीरगंगा ट्रेक
इसको पार्वती घाटी की सबसे खूबसूरत जगह कहा जाता है। ये करीब 14 किलोमीटर लम्बा ट्रेक है जो तोश विलेज से चालू किया जा सकता है। यहाँ ट्रैकिंग थोड़ी मुश्किल है । खीरगंगा ट्रेक को भारत के सबसे खूबसूरत ट्रैकिंग में से एक माना जाता है। ट्रैकिंग करने के दौरान आपको काफी सरे झरने देखने को मिलेंगे। आपको ये ट्रैकिंग 6-7 बजे के बीच ही चालू कर दे ताकि 1-2 बजे के बीच आप वहां पहुंच जाये। जब आप ऊंचाई पर पहुंच जायेंगे तो आपको बहुत खूबसूरत पहाड़, हॉट वाटर पूल, लम्बे पेड़, घटिया, खूबसूरत वादियां देखने को मिलेगा। इसके आलावा आप हॉट वाटर पूल में स्नान करके कार्तिकेय का मंदिर भी देख सकते है जो वही स्थित है। इस जगह के बारे में कहा जाता है की सतयुग में भगवन शिव जी और पार्वती माता के आशीर्वाद से गंगा नदी खीर निकली ली और बाद में कलयुग में परशुराम जी ने खीर की धरा को रोक कर उसे गर्म पानी में बदल दिया। तो यहाँ आपको जरूर जाना चाहिए।
5. पुलगा गांव
ये कसोल से 17-18 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। पुलगा गांव को कसोल की खूसबूरत जगह में से एक माना जाता है। ये अपने लकड़ी के घरो को लेकर काफी पसंद है। लोग इसे फेयरी फारेस्ट के नाम से भी जानते है। आज भी आपको यहाँ कोई आधुनिक सुख सुविधा का कोई साधन नहीं मिलेगा। हिमचाल में बहुत सी जगह है घूमने की कसोल के आलावा जीभी हिमाचल प्रदेश घूमने की जगह के बार में पढ़ सकते है।
6. कुटला गांव
यहाँ पहुंचने के लिए आपको 2 – 3 घंटे का समय लगेगा। यहाँ पहुंचने के लिए पहले आपको तोश गांव तक आना पड़ेगा और तोश गांव से ट्रैकिंग करके कुटला गांव पंहुचा जा सकता है। ये ट्रैकिंग का रास्ता बेहद सुन्दर है जिसमे आपको बर्फ से ढके पहाड़ो और झरनो के दृश्य देखने को मिलेंगे। अगस्त के महीने में तो पूरा का पूरा कुटला गांव हरे हरे सेबो से भरा रहता है। हालाँकि ज्यादा लोग इसके बारे में नहीं जानते पर इसकी सुंदरता देखते ही बनती है।
7. मलाना गांव
ये प्रसिद्ध गांव कसोल से 17 – 18 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जहाँ आप बाइक के जरिये भी aa सकते है। ये रास्ता बहुत रोमांचक भरा और सुन्दर है। मलाना के बेस तक पहुंचने के बाद मलाना गांव तक पहुंचने के लिए आपको 1-2 घंटे का ट्रेक करना होगा। जून – जुलाई के दौरान आपको यहाँ काफी हरियाली देखने को मिलेगी। मलाना गांव को दुनिया की सबसे पुरानी लोकतांत्रिक जगह माना जाता है और यहाँ रहने वाले लोगो का कहना है की वो लोग अलेक्ज़ेंडर थे ग्रेट के वंशज है। यहाँ के लोग कनाशी भाषा का प्रयोग करते है जिसे सिर्फ यहाँ के लोग ही समझते है उनके आलावा इस भाषा को कोई नहीं समझ सकता । यदि आप लोग यहाँ घूमने जाए तो ध्यान रहे की किसी भी घर और वास्तु को हाथ न लगाए क्युकी किसी भी चीज़ को हाथ लगाना प्रतिबंधित है।
8. पारवती नदी
पारवती नदी, कसोल की घाटियों से बहती हुई नदी वहा की पूरी तस्वीर ही बदल देती है। नदी वहां पर जाने वालो को और भी सूंदर दृश्य और घूमने का मज़ा और दुगना करती है। वहां पर जाके नदी को देखना और सुंदरता को देखने से ही मन को बहुत ही शांति और नदी के पास थोड़ा टाइम बिताओगे तोह आपको जाने में और भी बहुत अच्छा लगेगा। नदी का बहाव बहुत तेज़ होने के कारण आप वहां कोई एक्टिविटी तोह नहीं कर सकते परन्तु आप वहा बैठ कर जगह का आनंद ले सकते है। अगर आप एक्टिविटी के कारण आप घूमने जाना चाहते है तोह आप मनाली जा सकते है और साथ ही मनाली में घूमने की जगह के बारे में भी पढ़ सकते है।
9. गर्म पानी के झरने
कसोल में घूमने की सोच रहे हो तोह आप गर्म पानी के झरने भी देख सकते है। मैडीकरण में आपको गर्म पानी के झरने देखने को मिल जायेगे जो की पारवती नदी के किनारे है। असा कहा जाता है की गर्म पानी की स्त्रोत में नहाने से आपकी कई तरीके की बीमारी दूर होती है। यहाँ पर तीन गर्म पानी के झरने है और वहां के गर्म पानी से निकले खाने से आपको मोक्ष की भी प्राप्ति होती है।
कसोल यहाँ के खूबसूरत मौसम, कैफ़े, पार्टीज और हेंडीक्राफ्ट वस्तुओ के लिए भी काफी ज्यादा प्रसिद्ध है। इन जगहों के आलावा वहां नेचर पार्क, कसोल मार्केट ( रंग बिरंगे कपडे, होम डेकॉर, म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट और भी बहुत कुछ यहाँ आप खरीद सकते है ।)
प्र्शन और उतर
Q.1- कसोल में कहाँ रुकना चाहिए ?
उत्तर- वैसे तो कसोल में ठहरने की बहुत सारी जगह है पर आप हॉस्टल में रुकना चाहते है तो एक दिन का स्टे 300 से 400 में मिल जायेगा, बाकि रूम्स और होटल्स की कोस्ट इससे ज्यादा है। यहाँ आपको बहुत सी खूबसूरत होटल्स स्टे मिल जायेंगे जहाँ से खूबसूरत वादियां आपको देखने को मिलेगी।
Q.2- कसोल घूमने के लिए कितने दिन का समय चाहिए ?
उत्तर- कसोल घूमने के लिए आपको कम से कम 2 दिन का समय चाहिए लेकिन यदि आप पूरा कसोल घूमना चाहते है तो 3 दिन का समय भी लग सकता है।
Q.3- कसोल घूमने के लिए कितना बजट होना चाहिए ?
उत्तर– कसोल घूमने के लिए आपको 10 हजार रूपए का बजट चाहिए जिसमे होटल्स का रेंट भी शामिल है। जिसमे दिल्ली से कसोल का किराया 1700-1800 रूपए, नार्मल स्टे ( 3 दिनों के लिए ) 2100 रूपए, फ़ूड 2500-3000, स्कूटी रेंट ( एक दिन का 700) 2100 रूपए, पेट्रोल 3000 रूपए तो इस तरह से एक व्यक्ति का 3-4 दिन का खर्चा 8-10 हजार रूपए तक का आ जायेगा।
Hello, I am the owner and the creator of the website. I would love to write and have 5+ years of experience in the content writing field. I started Kahiankahibaate to give information to the audience, so they can get better information. The categories, mentioned in the site, In this we decided to provide information.
Thank You
Muskan Goyal.