किसी भी चीज़ को खाने के जरुरी है की उसको सही तरीके से खाना, अगर आप दाल को सही तरीके से पकाकर खायगे तो आपको भरपूर मात्रा में प्रोटीन मिलेगा। दाल में पाए जाने वाले पोषक तत्व का फायदा उठाने के लिए आपको उसको सही तरीके से पकाना और खाने के सही तरीका भी पता होना चाहिए।
तो इसलिए आमतौर पर लोग इनके अलावा दालों का सेवन करते है। इन दालों में भारी मात्रा में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और मिनरल पाया जाता है। परंतु दाल खाते समय एक चीज का जरूर ध्यान रखना चाहिए परन्तु उससे पहले हम दालों के गुणों के बारे में जान लेते है।
दाल को ज्यादा समय तक क्यूं भिगोकर रखें?
जब भी आपने दाल को भिगोकर रखा होगा तो देखा होगा कि थोड़ी ही देर में पानी धूधला हो जाता है। इसका क्या कारण है? इसका कारण उसमें पाए जाने वाले केमिकल्स है, यदि हम दाल को पानी में ज्यादा समय के लिए भिगोकर रखते है तो इससे उसमें पाए जाने वाले कैमिकल्स हट जाते है जिससे दाल पचाने में आसानी होती है। तो जब भी आप दाल बनाए तो ध्यान रखने की उसे रात भर भिगो कर रखे और सुबह बनाने से पहले अच्छी तरह से साफ कर ले।
दालों में फाइटेट ऐसिड पाया जाता है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता तो ये गलती कभी ना करे कि जल्दबाजी में दाल को 10 गिनट भिगोया और बना लिया।
तो दाल बनाते समय हमें कौनसी गलती नहीं करनी चाहिए?
दाल बनाते समय इन 2 बातों का अवश्य ध्यान रखे:-
1. कभी भी दाल 15 मिनट ही भीगों कर ना बना लें।
2. दाल को रात को ही भिगों कर रख दे यानी दाल को कम से कम 7 से 8 घण्टे तक भिगोकर रखे, फिर दाल बनाए।
यदि हम 100 ग्राम दाल ले उसमें 81 कैलोरीज होती है।
फैट 1.4 ग्राम, कॉलेस्ट्रॉल -0 सोडियम -5 मिलीग्राम, पौटेशियम- 244 मिलीग्राम, कार्बोहाईड्रेट 14 ग्राम्, प्रोटीन 5 ग्राम होता है।
इसको देखने पर साफ पता चलता है कि इसमे कॉलेस्ट्रॉल की मात्रा ना के बराबर है जो कि आज के समय में हमारे सेहत लिए बहुत अच्छा है।
दाल को कैसे खाए?
1. दालों को खाने का राबसे अच्छा तरीका है कि इन्हे चावल के साथ खाया जा सकता है।
2. दाल को कभी भी अकेला ना खाए इसमें मिल्लेट्स यानि ज्वार, बाजरा जैसी चीजें भी आप मिला सकते है. जिससे इनमें प्रोटीन की मात्रा और बढ़ जाती है।
3. 5 तरह की दालों को मिला कर खाए। आप चाहे तो दाल के बने हुए पापड, या दाल के साथ दाल का डोसा, दाल का हलवा या फिर दाल के बनने लड्डू के रूप में भी दाल का सेवन कर सकते है कहने का तात्पर्य यह है कि अलग अलग तरीके से दालों का सेवन करें। दालों के बने मूंग और गोठ भी आप खा सकते है।
दालों को मिला कर क्यूं खाये?
दालों में अमिनों एसिड पाया जाता है जो कि किसी दाल में कम होता है तो किसी दाल में ज्यादा पाया जाता है. तो 4 से 5 तरीके दाल मिलाने पर से अमिनो एसिड संतुलित हो जाता है और प्रोटीन की वैरायटी भी बढ़ जाती है। इसलिए कहा जाता है कि दालों को मिक्स करके खाना चाहिए।
यह सबसे अच्छा और प्रसिद्ध तरीका का वालों के सेवन का। स्प्राउट्स जो कि व्जन कम करने के लिए भी इस्तेमाल किए जाते है। स्प्राउट्स में आप टमाटर, प्याज, चाट मसाला डालकर इसका चाट बना सकते है कई कोई इसे सब्जी की तरह भी इस्तेमाल करते है।
दाल खाने के फायदे-
1. दालों में 0 कॉलेस्ट्रॉल होता है, इसलिए दाल खाने से कॉलेस्ट्रॉल कम होता है और दिल की बिमारी लोगों में नहीं होती।
2. लिपिड प्रोफाईल ठीक होती है।
3. हार्ट को फायदा पहुंचाती है।
4. ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखती है।
5. यदि इनफ्लामेशन यानी की सूजन की समस्या हो, तो उसे कम करती है।
6. इन्सुलिन लेवल को बढ़ाता है, डायबिटीज में भी फायदा मिलता है।
7. कॉनिक बिमारी को भी कम करने में मदद करती है। कॉनिक बिमारी जैसे अस्तमा, खासी या फिर कोई भी छोटी-मोटी मौसमी बिमारी को ठीक करने में असरदार होती है।
8. दालों का प्रयोग सबसे ज्यादा वजन कम करने के लिए भी किया जाता है। दालों का सेवन स्प्राउट्स के रूप में करने से तेजी से वजन कम करने में उपयोगी होती है।
9. दालों में ज्यादा मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है अतः इसका लगातार सेवन करने से हड्डियां मजबूत बनती है।
दालों का हमारे जीवन में बहुत महत्व है क्यूंकि आज कल सब्जियों को जल्दी पकाने के लिए ज्यादा मात्रा में कैमिकल्स का उपयोग हो रहा है, जो हमारे स्वास्थ्य पर सीधा असर डालती है। अतः हमे दालों का सेवन अधिक मात्रा में करना चाहिए परंतु जल्दबाजी में नहीं। इन्हें 7 से 8 घण्टे पानी में अच्छे से भिगोने के बाद ही सेवन करे जिससे इसमें इस्तेमाल किए गए सारे कैमिकल्स पानी में घुल जाए और छानने पर निकल जाए।
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